ड्राइविंग के लिए कौनसा मोड ज्यादा बेहतर होता है- ऑटोमेटिक या मैनुअल? ये एक ऐसा मुद्दा है जिस पर पिछले कुछ समय से एक अंतहीन बहस निरंतर जारी है। काफी लोग मैनुअल गीयर बॉक्स का समर्थन करते हैं क्योंकि वे लंबे समय से इसका बेहतर तरह से इस्तेमाल करते आ रहे हैं। इसलिए अगर आप भी इनमें से एक हैं तो इन बातों का खास ध्यान रखें।
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= मैनुअल गीयर की कार चलाने वालों में अधिकांश लोगों की ये आदत होती है कि वो अपना एक हाथ स्टीयरिंग पर और दूसरा हाथ गियर बदलने के लिए रखते हैं। आप ऐसी गलती न करें। क्योंकि ऐसे में आपका दूसरा हाथ सिर्फ आराम ही कर रहा होता है। लेकिन अगर गियर बॉक्स पर थोड़ा भी ज्यादा दबाव पड़ा तो वो खराब हो सकता है। इसी तरह कार के स्टीयरिंग को एल शेप में पकड़कर रखें। इससे आपकी स्टीयरिंग पर पकड़ मजबूत बनी रहेगी।
= कुछ लोगों को ड्राइव करते समय अपना बायां पैर क्लच पर रखने की आदत होती है, पर आप ऐसा हर्गिज़ न करें। क्योंकि ऐसा करने से आपका पैर ज्यादा दूर होगा और जल्दी से आप इसे अपनी जरूरत के हिसाब से यूज नहीं कर पाएंगे। इसी तरह अगर आपको अचानक ब्रेक दबाने की जरूरत हुई तो आप हड़बड़ाहट में ब्रेक की जगह क्लच दबा देंगे जिससे एक्सीडेन्ट हो सकता है।
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= ऐसा पहाड़ी क्षेत्रों में अक्सर देखा जाता है कि जब गाड़ी ढलान की ओर होती है तब ड्राइवर्स कल्च को आधा दबाकर रखते हैं। साथ ही दूसरे पैर से ब्रेक को दबाकर रखते हैं ताकि गाड़ी फिसले नहीं। इसका सबसे अच्छा तरीका है कि आप हैंड ब्रेक का उपयोग करें। इससे अगर आप क्लच और ब्रेक को एक साथ दबाकर नहीं रख सकते तो भी आप आसानी से ड्राइव कर पाएंगे।
= कई बार ढलान से उतरते समय ड्राइवर सोचते हैं कि कार को न्यूट्रल गियर पर छोड़ दें। ये न केवल काफी सुविधाजनक है बल्कि इससे ईंधन की भी बचत होती है। लेकिन ये गलत है। क्योंकि अगर ऐसा कर दिया जाए तो गाड़ी बिना इंजन के तो चलेगी पर उस पर आपका कंट्रोल नहीं होगा। क्योंकि इससे आपके ब्रेक गर्म हो जाएंगे और जब तक आपको इस बात का पता चलेगा तब तक आप किसी दुर्घटना के शिकार हो चुके होंगे। इसलिए जब भी नीचे की ओर उतर रहे हों तो अपनी कार को हमेशा पहले गियर में रखें। इससे जरूरत पड़ने पर आप आसानी से ब्रेक लगा पाएंगे।
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= मैनुअल गियर की गाड़ी में चालक का इंजन और पावर बैंड पर पूरा नियंत्रण होता है। लेकिन ऑटोगियर की गाड़ी में इस तरह की कोई मशीनरी नहीं होती है। इसका यह भी मतलब है कि चालक को अपना पूरा ध्यान गाड़ी के आरपीएम मीटर पर रखने की जरूरत होती है। इसलिए जब आप नियंत्रित स्पीड से कार चला रहे हैं तो आरपीएम की रेट ज्यादा रखी जा सकती है। लेकिन अगर आप ज्यादा स्पीड से कार चला रहे हैं तो आपका इंजन आवाज करने लगता है। इसलिए इसे सही रखें।
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