ऑटो डेस्क। आजकल लोगों की जॉब लोकेशन बदलती रहती है। वहां पर सुविधा के लिए बाइक या स्कूटर भी होना चाहिए। लेकिन हर जगह हम गाड़ी नहीं खरीद सकते। इसलिए आजकल ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी है। हम बाइक या स्कूटर को एक जगह से दूसरी जगह पर ले जा सकते हैं। लेकिन बात जब एक राज्य से दूसरे राज्य में ट्रेन से ले जाने की हो तो कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। ट्रेन से टू-व्हीलर ट्रांसपोर्ट करने से 2 तरीके है। आप पार्सल से और दूसरा लगेज के तौर पर बुक कर सकते हैं।
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अगर आप खुद ट्रेन में बाइक के साथ नहीं जा रहे है तो आपको ध्यान रखना जरूरी है। बाइक में चैक करें कि पेट्रोल न हो। टैंक पूरी तरह से खाली होना चाहिए। टू-व्हीलर के साथ कार्डबोर्ड पर जाने और पहुंचने वाले स्टेशन को साफ तरीके से लिखें। पार्सल से बुक कराने के लिए टू-व्हीलर के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी के साथ पार्सल ऑफिस जाना होगा। इसके अलावा एक फॉर्म में बोर्डिंग स्टेशन और डेस्टिनेशन स्टेशन की डिटेल्स, पोस्टल एड्रेस, व्हीकल कंपनी, रजिस्ट्रेशन नंबर, व्हीकल का वजन और व्हीकल की कीमत भरनी होगी।
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वहीं अगर बाइक साथ ट्रेन में सफर कर रहे है तो वह लगैज के तौर पर ट्रांसपोर्ट होगी। इसके बाद आपको स्टेशन पर समय से पहले पहुंचकर टू-व्हीलर की पैकिंग, लेबलिंग और मार्किंग करानी होगी। साथ ही आपको पेमेंट का लगेज टिकट मिलेगा जिसे टिकट के साथ दिखाना होगा। जब टू-व्हीलर की डिलिवरी होगी तब भी लगेज टिकट को ट्रेन टिकट के साथ देना होगा। टू-व्हीलर को ले जाते समय उसकी पैकिंग अच्छे से होनी चाहिए ताकि रास्ते में बाइक के किसी पार्ट्स को नुकसान न हो।