नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की गेल इंडिया लि. के बाद गुजरात सरकार ने अपनी कंपनी जीएसपीएल की दो गैस पाइपलाइन परियोजनाओं के आंशिक वित्त पोषण के लिये केंद्र से 6,600 करोड़ रूपये की मांग की है। इसमें एक परियोजना ईंधन जम्मू कश्मीर तक ले जाने से जुड़ी है।
गुजरात स्टेट पेट्रोनेट लि. जीएसपीएल ने 2011 में सबसे कम बोली लगाकर गुजरात में मेहसाणा से पंजाब में बठिंडा तथा उसके बाद जम्मू एवं श्रीनगर तथा पूर्वी तट पर मल्लावरम से मध्य प्रदेश में भोपाल और राजस्थान में भीलवाड़ा तक तक पाइप बिछाने की परियोजनाएं हासिल की। लेकिन उसके बाद से लाइन बिछाने को लेकर काम शुरू करने को लेकर संघर्ष कर रही है।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज कहा, ‘गुजरात सरकार ने अक्तूबर 2016 में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय से मेहसाणा-बठिंडा-जम्मू-श्रीनगर पाइपलाइन एमबीजेएसपीएल तथा मल्लवरम-भोपाल-भीलवाड़ा-विजयपुर पाइपलाइन एमबीबीवीपीएल परियोजनाओं के लिये 40 फीसदी पूंजी अनुदान की मांग की है।’
जहां 2,042 किलोमीटर लंबी विजयपुर के रास्ते मल्लवरम-भोपाल-भीलवाड़ा पाइपलाइन की लागत 8,086 करोड़ रूपये है जबकि 2,952 किलोमीटर लंबी मेहसाणा-बठिंडा लाइन की लागत 6,864 करोड़ रूपये तथा 725 किलोमीटर लंबी बठिंडा-जम्मू-श्रीनगर लाइन की लागत 1,520 करोड़ रूपये है।
लोकसभा में प्रश्न के लिखित जवाब में उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम नियामक पीएनजीआरबी ने दोनों परियोजनाओं को पूरा करने के लिये समयसीमा बढ़ाकर दिसंबर 2017 कर दिया है।