नई दिल्ली। भारत में 22 से 29 साल के 80 प्रतिशत शहरी युवा अपने अभिभावकों के साथ रहते हैं। संपत्ति सलाहकार सीबीआरई की रिपोर्ट के अनुसार चीन में यह आंकड़ा 60 प्रतिशत तथा आस्ट्रेलिया में 35 फीसद है।
सीबीआरई समूह के सर्वे ‘द मिलेनियल्स’ में कहा गया है कि करीब 70 प्रतिशत लोग, जो अपने माता-पिता के साथ नहीं रहते हैं, वे अपने खुद के मकान के बजाय किराए के घर में रहना पसंद करते हैं। यह सर्वेक्षण भारत सहित 13 देशों में किया गया।
सर्वेक्षण में शहरों में रहने वाले युवओं के कामकाज के माहौल, रहने की पसंद तथा उपभोग के तरीके पर विचार लिए गए। सीबीआरई ने कहा कि 82 प्रतिशत भारतीय युवा अपने अभिभावकों के साथ रहते हैं। आस्ट्रेलिया में यह आंकड़ा सिर्फ 35 प्रतिशत है, जबकि चीन में 61 प्रतिशत। रिपोर्ट में कहा गया है कि अभिभावकों के रहने वाले 25 प्रतिशत भारतीय युवाओं का अपना पारिवारिक घर छोडक़र जाने का इरादा नहीं है। वहीं 23 प्रतिशत अगले दो से पांच साल में पारिवारिक मकान को छोडऩे का इरादा रखते हैं। 65 प्रतिशत युवाओं का इरादा जीवन की गुणवत्ता से समझौता किए बिना भविष्य में संपत्ति खरीदने का इरादा है।