नई दिल्ली। सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया का कुल घाटा 31 मार्च 2016 तक बढक़र 41,380.45 करोड़ रूपए पर पहुंच गया है। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि एयर इंडिया के आर्थिक हालात सुधारने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इसके तहत वर्ष 2012 में एक वित्तीय पुनर्गठन योजना बनाई गई थी। इसमें 10 साल के दौरान वित्त वर्ष 2020-21 तक कुल 30,231 करोड़ रूपए की वित्तीय मदद दी जानी है।
साथ ही अपरिवर्तनीय ऋण पत्रों के मद में मूलधन और ब्याज के रूप में किए जाने वाले भुगतान के लिए इक्विटी के माध्यम से मदद की भी योजना है।
सरकार मार्च 2016 तक इक्विटी के माध्यम से 22,280 करोड़ रूपए की पूंजी एयर इंडिया को जारी कर चुकी है। चालू वित्त वर्ष में भी सरकार ने एयरलाइंस के लिए 1,713 करोड़ रूपए का आवंटन किया है।