नई दिल्ली। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक कैग ने निवेश योग्य संपत्ति के गलत आकलन तथा निवेश में देरी समेत डाक जीवन बीमा तथा ग्रामीण पीएलआई फंड के प्रबंधन में अनियमितता को लेकर सवाल उठाए हैं। उसका कहना है कि इससे 984 करोड़ रुपए के संभावित रिटर्न का नुकसान हुआ है।
संसद में आज पेश अपनी रिपोर्ट में कैग ने कहा कि दैनिक आधार पर शुद्ध वृद्धि तथा मासिक आधार पर निवेश योग्य कोष का गलत आकलन जैसी पीएलआई और आरपीएलआई के कोष का प्रबंधन की कमी रही है।
कैग के अनुसार, ‘‘निवेश में देरी से 984 करोड़ रुपए के संभावित रिटर्न का नुकसान हुआ है।’’
पीएलआई और आरपीएलआई योजनाएं लोक खाते का हिस्सा है और इसका परिचालन क्रमश डाकघर जीवन बीमा कोष पीओएलआईएफ तथा ग्रामीण पीओएलआईएफ के जरिए होता है।