नई दिल्ली। कपड़ा मंत्रालय घरेलू हथकरघा और हस्तशिल्प निर्यात के लिए महंगे विदेशी बाजारों की ओर देख रहा है। एक शीर्ष अधिकारी ने कई वैश्विक कंपनियां भारतीय बुनकरों तथा दस्तकारों के साथ भागीदारी करने को इच्छुक हैं।
कपड़ा सचिव रश्मि वर्मा ने आज एसोचैम के कार्यक्रम में कहा कि दुनिया में महंगे बाजारों में भारतीय हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पादों के लिए व्यापक संभावनाएं हैं। जहां ज्यादातर क्षेत्रों का निर्यात घटा है वहीं हस्तशिल्प निर्यात 17 प्रतिशत बढ़ा है।
वर्मा ने कहा कि सभी अंशधारकों को स्थानीय बुनकरों और दस्तकारों के साथ जुडऩा चाहिए और उन्हें उनके उत्पाद के लिए उचित कीमत तथा बाजार उपलब्ध कराने का प्रयास करना चाहिए।
वर्मा ने कहा कि मंत्रालय ने 20 ई-कामर्स कंपनियों के साथ सहमति ज्ञापन एमओयू किया है जिससे बुनकरों और दस्तकारों को मार्केटिंग मंच उपलब्ध कराया जा सके।