नई दिल्ली। सरकार ने आज वित्त वर्ष 2014-15 के लिए 7,300 से अधिक कंपनियों के कारपोरेट सामाजिक दायित्व सीएसआर खर्च को सार्वजनिक किया। हालांकि, इनमें 60 प्रतिशत कंपनियो ने सीएसआर पर एक पैसा भी खर्च नहीं किया है।
इन 7,334 कंपनियों में से रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2014-15 में सीएसआर पर सबसे अधिक 760.6 करोड़ रुपए खर्च किए। आंकड़ों के अनुसार करीब 4,500 कंपनियों जिनमें कुछ टाटा समूह की इकाइयां तथा वोडाफोन इंडिया प्राइवेट लि. ने इस दौरान सीएसआर पर एक पैसा भी खर्च नहीं किया है।
सीएसआर खर्च के आंकड़े को जारी करते हुए कारपोरेट मामलों के मंत्रालय ने कहा है कि वह इस सूचना के पूर्ण होने या फिर पूरी तरह सही होने और समय के बारे में कोई घोषणा नहीं कर रहा है।
सीएसआर खर्च के मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद सबसे अधिक 495.2 करोड़ रुपए ओएनजीसी ने खर्च किए हैं। इन्फोसिस ने 239.5 करोड़ रुपए की राशि सीएसआर पर खर्च की है। सीएसआर खर्च के मामले में शीर्ष दस कंपनियों में आईटीसी लि., टीसीएस, एनटीपीसी, एनएमडीसी, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक और आयल इंडिया का नंबर आता है।