बाजार में पिछले दो दिन से जारी तेजी पर गुरुवार को एक बार फिर से ब्रेक लग गया। नवंबर अनुबंध के अंतिम दिन मुनाफावसूली तथा डॉलर के मुकाबले रुपए के रिकॉर्ड नीचे आने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 192 अंक लुढ़ककर 26,000 अंक के नीचे आ गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया कारोबार के दौरान 30 पैसे की गिरावट के साथ अबतक के सबसे न्यूनतम स्तर 68.86 पर पहुंच गया था।
इससे पहले 28 अगस्त 2013 को डालर का भाव 68.85 रुपए तक चढ़ गया। रुपए को थामने के लिये रिजर्व बैंक के डॉलर की बिक्री की रिपोर्ट के बीच अंत में यह 17 पैसे की गिरावट के साथ 68.73 पर बंद हुआ। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स गिरावट के साथ 26,049.14 पर खुला और एक समय बिकवाली बढ़ने से नीचे में 25,810.97 अंक तक चला गया। हालांकि बाद में चुनिंदा शेयरों में लिवाली से इसमें मामूली सुधार हुआ और यह 191.64 अंक या 0.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,860.17 पर बंद हुआ।
इससे पूर्व सेंसेक्स में 286.67 अंक या 1.11 प्रतिशत की तेजी आयी थी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 67.80 अंक या 0.84 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,965.50 अंक पर बंद हुआ। यह पिछले दो दिन में 104.20 अंक या 1.31 प्रतिशत मजबूत हुआ था। जियोजीत बीएनपी परिबा फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘डॉलर के मुकाबले रुपए में लगातार तेजी, डेरिवेटिव्स खंड में सौदे के आखिरी दिन होने तथा नोटबंदी के कारण राज्यसभा में चर्चा बाधित होने से बाजार नीचे आया।’
प्रतिभागियों ने वायदा एवं विकल्प (एफ एंड ओ) खंड में अगली श्रृंखला दिसंबर के लिये आगे बढ़ाये जाने के बजाए, उसका निपटान किया। निवेशकों को आशंका है कि अमेरिका में मजबूत आर्थिक आंकड़े से ब्याज दर में वृद्धि की संभावना मजबूत हुई है। इससे उभरते बाजारों से पूंजी निकासी हुई है। अमेरिकी शेयर बाजार ‘थैंक्सगिविंग’ अवकाश के कारण गुरुवार (24 नवंबर) को बंद है।
वैश्विक स्तर पर हांगकांग का हैंग सेंग 0.30 प्रतिशत और जापान का निक्की 0.94 नीचे आये। शंघाई कंपोजिट सूचकांक 0.02 प्रतिशत लाभ में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में लंदन का एफटीएसई 0.14 प्रतिशत नीचे तथा फ्रांस का सीएसी 30 0.15 प्रतिशत मजबूत हुआ। जर्मनी के बाजार में भी तेजी रही।
घरेलू बाजार में सेंसेक्स के 30 शेयरों में 20 नुकसान में जबकि 10 लाभ में रहे। नुकसान में रहने वाले प्रमुख शेयरों में टाटा मोटर्स (3.89 प्रतिशत), एक्सिस बैंक (2.59 प्रतिशत), सन फार्मा (2.49 प्रतिशत), मह्रिंदा एंड मह्रिंदा (2.41 प्रतिशत), गेल (2.18 प्रतिशत), अडाणी पोर्ट्स (2.07 प्रतिशत), आईसीआईसीआई बैंक (2.02 प्रतिशत), एनटीपीसी (1.97 प्रतिशत), ल्यूपिन (1.82 प्रतिशत), रिलायंस (1.65 प्रतिशत), एचडीएफसी बैंक (1.52 प्रतिशत) तथा मारुति (0.88 प्रतिशत) शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ पावर ग्रिड, बजाज ऑटो, टाटा स्टील, टीसीएस, इंफोसिस, हीरो मोटो कॉर्प तथा एसबीआई लाभ में रहे।