बेंगलुरू। नास्कॉम फाउंडेशन ने आज कहा कि बड़ी संख्या में कंपनियों ने अपने कारपारेट सामाजिक दायित्व सीएसआर कोष का 60 से 70 प्रतिशत तक शिक्षा क्षेत्र पर खर्च किया है फाउंडेशन ने इसके लिए अपनी रिपोर्ट का हवाला दिया है जो अभी जारी की जानी है। वहीं शेष कंपनियों कंपनियों ने अपने सीएसआर बजट का 30 से 40 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च किया है।
फाउंडेशन ने कहा कि सीएसआर कोष का एक बड़ा हिस्सा शिक्षा पर खर्च किया जाता है। बड़ी संख्या में कंपनियों ने अपने सीएसआर कोष का 60 से 70 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च किया है। शेष कंपनियों ने 30 से 40 प्रतिशत राशि शिक्षा पर खर्च की है। यह रिपोर्ट विभिन्न कार्यक्रमों में जल्द जारी की जाएगी।
नास्कॉम फाउंडेशन ने आज यहां कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व सम्मेलन का आयोजन किया।
फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी श्रीकान्त सिन्हा ने कहा कि भारतीय उद्योग जगत तीसरे साल में सीएसआर को लेकर परिपक्व होता दिख रहा है। बड़ी संख्या में कंपनियां अब सतत लक्ष्यों के लिए काम करने की इच्छुक हैं और वे अपने आसपास अधिक विकसित समाज का सृजन करना चाहती हैं। इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव अजय कुमार ने कहा कि सरकार से लाभ अब स्थानीय सरकार के कार्यलय से नहीं बल्कि डीबीटी से मिल रहे हैं। अभी तक 32.5 करोड़ लोग इससे लाभान्वित हुए हैं।