मुंबई। एसबीआई के आर्थिक शोध विभाग ने कहा कि नोटबंदी से पहले बैंक जमा में 2870 अरब रुपए की वृद्धि में कुछ भी संदिग्ध नहीं है। यह आय खुलासा योजना और सरकारी कर्मचारियों के वेतन वृद्धि के कारण मिले बकाए के भुगतान का नतीजा था।
विभाग के अनुसार पिछले तीन साल से सितंबर में औसतन 1,000 अरब रुपए की वृद्धि होती रही है। लेकिन इस बार 2870 करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है। यह थोड़ी जिज्ञासा जरूर जगाता है लेकिन इसमें कुछ भी संदिग्ध नहीं है।
उसने कहा कि यह आय खुलासा योजना और सरकारी कर्मचारियों के वेतन वृद्धि के कारण मिले बकाए के भुगतान का नतीजा था।
विभाग के अनुसार 1560 करोड़ डालर मौसमी वृद्धि है जो लोग त्यौहारों और शादी विवाह के लिए बचत करते हैं। इसके अलावा 45,000 करोड़ रुपए सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के लागू होने से केंद्रीय कर्मचारियों को मिले बकाया तथा शेष 85,518 करोड़ रुपए आया खुलासा योजना के कारण बढ़े।