कराची। पाकिस्तान ने पिछले 14 साल में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में 118 अरब डालर खर्च कर दिए हैं। आतंकवाद की वजह से पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि को काफी नुकसान पहुंचा है और उसके समक्ष ‘‘गंभीर चुनौती’’ खड़ी हुई है। केन्द्रीय बैंक की एक नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
पाकिस्तान के ‘स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ’ की 2015-16 की आर्थिक स्थिति पर जारी रिपोर्ट में इसका उल्लेख करते हुए कहा गया है कि देश के समक्ष बचत, निवेश का निम्न स्तर, गिरता निर्यात कारोबार और सामाजिक क्षेत्र में काफी कम खर्च की वजह से देश के समक्ष ‘‘गंभीर चुनौतियां’’ खड़ी हुई हैं।
रिपोर्ट में हालांकि, कहा गया है कि तमाम परेशानियों के बावजूद पाकिसतान ने ‘आतंक के खिलाफ लड़ाई’ में 118.3 अरब डालर खर्च किए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘देश में कर आधार को बढ़ाने के लिए अंतराल के बाद किए गए उपायों से समस्या और बढ़ी है।’’
केन्द्रीय बैंक ने कहा है कि इस राशि में वर्ष 2002 से 2016 के बीच देश में आतंकवाद और चरमपंथ की वजह से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नुकसान सभी कुछ शामिल है।
केन्द्रीय बैंक की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आतंकवादी घटनाओं से आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र की वृद्धि को काफी नुकसान पहुंचा है।