मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक ने आज बैंकों से कहा कि वे सहकारी व क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों आरआरबी को पर्याप्त नकदी आपूर्ति सुनिश्चित करें ताकि किसानों के पास पर्याप्त राशि रहे और उन्हें मौजूदा रबी बुवाई सीजन में बीज, उर्वरक आदि खरीदने में कोई दिक्कत नहीं हो।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक दिन पहले ही रिजर्व बैंक, नाबार्ड व सभी बैंकों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी और सहकारी क्षेत्र में पर्याप्त नकदी उपलब्ध कराने को कहा था क्योंकि यह ग्रामीण भारत में वित्तपोषण का महत्वपूर्ण माध्यम है।
रिजर्व बैंक के अनुसार किसानों को पर्याप्त वित्तीय समर्थन उपलब्ध कराना जरूरी है ताकि उन्हें खेती बाड़ी के काम में कोई दिक्कत नहीं हो।
केंद्रीय बैंक ने एक अधिसूचना में कहा है,‘ अनुमान के अनुसार जिला सहकारी बैंकों को 10,000 करोड़ रुपए प्रति सप्ताह की दर से किसानों को फसली ऋण मंजूर व वितरित करने के लिए लगभग 35000 करोड़ रुपए की जरूरत होगी।’
नाबार्ड लगभग 23000 करोड़ रुपए की अपनी नकदी ऋण सीमा का इस्तेमाल कर जिला सहकारी बैंकों को फसली ऋण वितरण में मदद करेगा।
इसके अनुसार सभी वाणिज्यिक बैंकों की ग्रामीण शाखाओं में पर्याप्त नकदी सुनिश्चित की जानी चाहिए।