मुंबई। रिजर्व बैंक के अतिरिक्त नकदी के बराबर नकद आरक्षित अनुपात सीआरआर की व्यवस्था से मासिक आधार पर बैंकों पर 1,050 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ आएगा। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने आज यहां एक नोट में कहा, ‘‘अतिरिक्त सीआरआर की आवश्यकता से बैंक प्रणाली पर 1,050 करोड़ रुपए का मासिक बोझ पड़ेगा।’’
केंद्रीय बैंक ने 16 सितंबर और 11 नवंबर के बीच बैंकों के पास आई अतिरिक्त नकदी को खपाने के लिये बैंकों से जमा का 100 प्रतिशत सीआरआर के रूप में अपने पास रखने को कहा है।
हालांकि रिजर्व बैंक ने कहा कि यह पूरी तरह अस्थाई उपाय है। विशेषज्ञों के अनुसार कदम से बैंकों के पास से से 3,000 अरब रपया निकलेगा।