नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर कानून (जीएसटी) से खुदरा कारोबारियों को रू-ब-रू कराने के लिए उद्योग संगठन एसोचैम देश भर के 15 शहरों में सम्मेलन आयोजित कर उन्हें नये कानून के अनुसार ढलने में सहायता प्रदान करेगा।
एसोचैम ने नई कर प्रणाली को खुदरा कारोबारियों के लिए आसान बनाने के उद्देश्य से सॉफ्टवेयर कंपनी टैली सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ आज सहमति ज्ञापन पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं। एसोचैम और टैली मिलकर कारोबारियों को जीएसटी की बारीकियाँ समझायेंगे तथा उन्हें इसके बारे में प्रशिक्षित करेंगे। इसके लिए एसोचैम के महानिदेशक डी.एस. रावत और टैली के मुख्य वित्तीय अधिकारी सत्य प्रमोद ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं।
एमओयू के तहत 23 मार्च 2017 तक देश भर के 15 शहरों में सम्मेलनों का आयोजन किया जायेगा। पहला सम्मेलन मंगलवार को मुम्बई में आयोजित किया जायेगा। इसी तरह चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, पुणे, इंदौर, कोचिन, गोवा, कोयम्बटूर, जयपुर, लखनऊ, देहरादून, भुवनेश्वर, जम्मू और गुवाहाटी में भी सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे।
सरकारी संस्थानों के कर विशेषज्ञ इन सम्मेलनों में शामिल होंगे और जीएसटी तथा इसकी अनुपालना के बारे में चर्चा करके इससे जुड़ी भ्राँतियाँ हटाने में मदद करेंगे।
रावत ने इस मौके पर कहा, जीएसटी कानून का पालन करने के लिए प्रौद्योगिकी बदलाव जरूरी होने से इसे लेकर व्यापारी समुदाय के बीच काफी असमंजस की स्थिति पैदा हो गयी है। छोटे कारोबारियों में इस कानून के बारे में ज्यादा और स्पष्ट जानकारी की कमी के कारण वे इसका विरोध कर रहे हैं। हमें इस बात की खुशी है कि टैली के साथ जुडक़र हम अपने सदस्यों को नयी कर नीति के महत्व के बारे में अच्छी तरह जानकारी दे पायेंगे जिससे वे इसका आसानी से पालन कर पायेंगे।
टैली के सीएफओ ने कहा, जब से जीएसटी को लेकर बहस शुरू हुई है टैली इस नई कर नीति को कारोबारियों को स्पष्टतया समझाने के प्रयास में जुटा है। एसोचैम से जुडक़र हमें खुदरा कारोबारियों से रू-ब-रू होने का बड़ा मंच मिला है। एसोचैम के सहयोग से हम कारोबारियों को उन प्रौद्योगिकी बदलावों के बारे में बतायेंगे, जिन्हें उन्हें अगले कुछ महीने में अपनाना है। -एजेंसी