गांधीनगर। वाइब्र्रेंट गुजरात वैश्विक सम्मेलन के दूसरे दिन आज 50,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश और ऋण संबंधी आपसी सहमति ज्ञापनों एमओयू पर दस्तखत किए गए। एमओयू करने में भारतीय स्टेट बैंक एसबीआई सबसे आगे रहा।
एसबीआई ने गुजरात सरकार के साथ विशेषरूप से प्राथमिक क्षेत्र के लिए बैंक ऋण उपलब्ध कराने के लिए समझौता किया है। एमओयू के तहत देश का सबसे बड़ा बैंक दो साल में 30,000 करोड़ रुपए का कर्ज उपलब्ध कराएगा। अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी।
नाबार्ड ने 13,000 करोड़ रुपए का ग्रामीण वित्तपोषण उपलब्ध कराने के लिए समझौता किया है जबकि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने राज्य सरकार के साथ विभिन्न क्षेत्रों को 5,600 करोड़ रुपए का ऋण उपलब्ध कराने के लिए करार किया है। देश के दो प्रमुख शेयर बाजारों ने गिफ्ट सिटी में 500-500 करोड़ रुपए का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है। एमआरएफ की योजना अगले दस साल में राज्य में विनिर्माण इकाई लगाने के लिए 4,500 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना बनाई है।