मुंबई। शेयर बाजारों से विदेशी संस्थागत निवेशकों की धन निकासी के जोर के बीच रपये के प्रति धारणा और कमजोर हुई तथा यह डालर के मुकाबले आज 30 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ वर्ष 2016 के ताजा निम्न स्तर 68.76 पर बंद हुआ।
केंद्रीय बैंक द्वारा रपये की विनिमय दर में स्थिरता लाने की पहल के बावजूद कंपनियों की ओर से डॉलर की भारी मांग तथा आयातकों द्वारा हेजिंग पर अधिक ध्यान देने से रपये पर दबाव बढ गया था। बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशों में डॉलर की मजबूती से भी रपये पर असर पड़ा।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रपया प्रति डालर 68.42 पर मामूली तेज के साथ खुला और दिन में हल्का हो 68.80 रपये प्रति डॉलर तक जाने के बाद अंत में 30 पैसे अथवा 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 68.76 रपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। वर्ष 2016 की शुरआत के बाद से रपये के मूल्य में 3.95 प्रतिशत की गिरावट आई है और यह डालर के मुकाबले रपये का इस वर्ष का न्यूनतम बंद भाव है।
गुरवार को रपया 8.8650 के रिकॉर्ड निम्न स्तर को छूने के बाद से रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप से कुछ संभल कर 68.74 पर बंद हुआ था जो 30 महीनों का निम्नतम स्तर है। रपया 28 अगस्त 2013 को 68.80 के रिकॉर्ड निम्न स्तर को छू गया था।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 34 अंक की तेजी दर्शाता 26,350.17 अंक पर बंद हुआ। इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने आज के कारोबार के लिये संदर्भ दर 68.7235 रपये प्रति डॉलर और 73.1768 रपये प्रति यूरो निर्धारित की थी। अन्तर मुद्रा कारोबार में पौंड के मुकाबले रपये में मजबूती आई जबकि यूरो और जापानी येन के मुकाबले रपये में गिरावट आई। -एजेंसी