नई दिल्ली। पर्याप्त स्टॉक होने के मुकाबले फुटकर विक्रेताओं और वनस्पति मिलों की मांग घटने के बाद विगत सप्ताह सीमित गतिविधियों वाले कारोबार के दौरान दिल्ली के थोक तेल तिलहन बाजार में लगातार तीसरे सप्ताह चुनिंदा खाद्य तेल कीमतों में गिरावट जारी रही। उपभोक्ता उद्योगों की उठान घटने के कारण अखाद्य तेल खंड में अरंडी तेल की कीमत में भी गिरावट आई। बाजार सूत्रों ने कहा कि फुटकर विक्रेताओं की मांग में गिरावट के अलावा पर्याप्त स्टॉक होने के कारण मुख्यत: चुनिंदा खाद्य तेल कीमतों पर दवाब रहा।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से काला धन पर रोक लगाने के लिए आश्चर्यजनक ढंग से 500 रूपए और 1,000 रूपए के नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा के बाद सीमित धन होने से स्टॉकिस्टों और फुटकर विक्रेताओं ने अपनी कारोबारी गतिविधियों को सीमित रखा जिससे व्यवसाय के आकार में पर्याप्त गिरावट आई। धनिया की कीमतें भी 300 रूपए की गिरावट के साथ 7,400 .. 13,400 रूपए प्रति किग्रा पर बंद हुई।
सौंठ और कलौंजी की कीमतें भी गिरावट दर्शाती क्रमश 14,500 .. 20,500 रपये और 19,000 .. 19, 500 रूपए प्रति किग्रा पर बंद हुई जो कीमतें पिछले सप्ताहांत क्रमश 14,700 .. 20,700 रपये और 19,700 .. 20,700 रूपए प्रति किग्रा पर बंद हुई थीं।
पोस्तादाना तुर्की, उ.प्र. और म.प्र...राजस्थान की कीमतें पांच .. पांच रूपए तक की गिरावट के साथ क्रमश 345 .. 355 रूपए, 350 .. 360 रूपए और 375 .. 400 रूपए प्रति किग्रा पर बंद हुई। लाल मिर्च और हल्दी की कीमतें गिरावट दर्शाती क्रमश 8,500 .. 17,500 रूपए और 8,300 .. 12,000 रूपए प्रति क्विंटल पर बंद हुई।
दूसरी ओर जीरा सामान्य और जीरा बेहतरीन क्वॉलिटी की कीमत 300 .. 300 रूपए की तेजी के साथ क्रमश 18,500 .. 18,700 रूपए और 21,500 .. 22,000 रूपए प्रति क्विंटल पर बंद हुई।