इतिहास के पन्नो पे झाके तो मार्कोनी को रेडियो के जनक के तौर पर जाना जाता है। दुनिया को नके बारे में कई अलग अलग बाते पता है। कुछ लोग निकोल टेस्ला को रेडियो बनाने का श्रेय देते है। तो कुछ लोग जगदीश चन्द्र बोस को इसका श्रेय देते है। कुछ लोग रेडियो का श्रेय निकोला टेस्ला को देते हैं तो वहीं कुछ लोग जगदीश चंद्र बोस को इसका श्रेय देते हैं। जगदीश एक वैज्ञानिक होने के साथ-साथ पॉलीमैथ, फिजिसिस्ट, बायलॉजिस्ट, बॉटनिस्ट और आर्केलॉजिस्ट होने के साथ-साथ साइंस फिक्शन के शुरुआती लेखकों में भी शुमार किए जाते है।
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1. उन्हें रेडियो के साथ-साथ माइक्रोवेव ऑप्टिक्स के आविष्कार का भी श्रेय जाता है ।
2. उन्हें केस्कोग्राफ के आविष्कार का श्रेय भी जाता है. इसके जरिए विभिन्न उत्तेजनाओं को मापा जा सकता था ।
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3. IEEE ने उन्हें रेडियो विज्ञान के पिता की उपाधि दी ।
4. उन्हें बंगाली साइंस फिक्शन की पितामह भी कहा जाता है क्योंकि उन्होंने 1896 मे निरुद्धेश्वर काहिनी लिखी थी ।
5. ऐसा दावा किया जाता है कि उन्होंने वायरलैस रेडियो का आविष्कार किया था लेकिन इसका क्रेडिट मार्कोनी ले उड़े ।