केंद्रीय विद्यालय में पढ़ रहे गैर कर्मचारी के बच्चों को स्कूल दोगुनी फीस लेने का फैसला किया है। अब एक ही क्लास में पढ़ रहे बच्चों से अलग अलग फीस मांगी जाएगी। जहाँ स्कूल के कर्मचारी के बच्चे 500 देंगे ,वही गैर सरकारी स्टाफ के बच्चे 1000 तक की फीस भरेंगे।
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मानव संसाधन विकास मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार इस प्रस्ताव को जल्द ही 'बोर्ड ऑफ गवर्नेंस' की मंजूरी मिल सकती है। केन्द्रीय विद्यालय की वित्त समिति इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे चुकी है। प्रस्ताव के स्वीकृत होने पर अभिभावकों को 1 अप्रैल 2016 से ही अभिभावकों को बढ़ी हुई फीस अदा करनी होगी।
केंद्रीय विद्यालय में पांच अलग अलग पहलुओं पर दाखिले लिए जाते है। पहली चार श्रेणियों में केन्द्र सरकार, केन्द्र सरकार के स्वायत्त संस्थान , राज्य सरकार और राज्य सरकार के स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत लोगों के बच्चे आते हैं।
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इन चार श्रेणियों में सीटें नहीं भर पाने पर पांचवी श्रेणी में सामान्य नागरिकों के बच्चों को दाखिला दिया जाता है. इसके अलावा बड़े पैमाने पर सांसद और मंत्री कोटे के तहत दाखिल किए गए बच्चे भी केन्द्रीय विद्यालय में पढ़ते हैं. ऐसा माना जा रहा है कि यह कदम केन्द्रीय विद्यालय प्रशासन द्वारा अधिक संसाधन जुटाने के लिए उठाए जा रहे हैं।