अगले साल से प्रदेश के सभी सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में ऑनलाइन काउंसलिंग के जरिए ऐडमिशन होंगे। नैशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट (नीट) की मेरिट के अनुसार अभ्यर्थी घर बैठे चॉइस फिलिंग कर सकेंगे। इसके लिए जरूरी फीस और अन्य शुल्क भी ऑनलाइन ही जमा होंगे। बुधवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव और एनआईसी के अधिकारियों की एक अहम बैठक के बाद इसका ऐलान कर दिया।
अम्बेडकर यूनिवर्सिटी ,दिल्ली में Ph.D, MBA के लिए रेजिस्ट्रेशन शुरू
मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीएएमएस, बीयूएमएस और बीएचएमएस की सीटों पर दाखिले के लिए अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के लिए कहीं नहीं जाना होगा। इससे उनका समय और खर्च भी बचेगा। चिकित्सा शिक्षा विभाग ऑनलाइन काउंसलिंग के लिए एनआईसी की मदद से एक सॉफ्टवेयर बनवा रहा है। दो महीने के भीतर सॉफ्टवेयर तैयार करने का दावा किया जा रहा है।
IGNOU में अब 7 दिसम्बर तक दाखिले का मौका
ऑफलाइन काउंसिलिंग में हर बार सीटों का ब्योरा ऑनलाइन होने से कोई भी कहीं से भी देख सकेगा कि किस कॉलेज में कितनी सीटें खाली हैं। कॉलेजों के लिए अपनी सीटें छुपाना या गलत जानकारी देना मुमकिन नहीं होगा। गड़बड़ियों के आरोप लगते हैं। डॉ़ एमसी सक्सेना मेडिकल कॉलेज में पिछले साल हुईं गड़बड़ियां इस साल सामने आईं। इस साल भी कई कॉलेजों ने काउंसलिंग खतम होने के बाद बैक डोर से दाखिले कर रखे हैं। आशंका है कि ऐसे दाखिलों को लेकर समस्या खड़ी होगी। ऐसे में ऑनलाइन काउंसलिंग की व्यवस्था काफी हद तक ।
READ MORE :
नियमित सेक्स करने से इम्यून सिस्टम रहता है मजबूत, जाने और भी फायदे ?
कब महिलाएं नहीं लेती सेक्स में रुचि?
सेक्सुअल पावर बढाने के लिए करे इन चीजो का सेवन