'मीट थे लिब्रेरियन' नाम से एक प्रोग्राम बनाया है जेएनयू ने , ताकि स्टूडेंट्स किताबों की हर समस्या को लेकर अपना कंफ्यूज़न दूर कर सके। ये प्रोग्राम दो दिसम्बर से शुरू की जाएगी। वैसे तो जेएनयू के सेंट्रल लाइब्रेरी में थीसिस, जॉर्नल,सर्वे, के ढेरो कलेक्शन्स है। लाइब्रेरी में कुल 5 लाख किताबें ,10 हज़ार जॉर्नल मौजूद है। जैसे की सोशल साइंसेज, नेचुरल साइंसेज, हयूमैनिटिज़ की किताबे भी मौजूद है।
रिसर्च एंड टेक्निकल असिस्टेंट पदों के लिए 29 नवम्बर तक आवेदन दे।
इस प्रोग्राम की जानकारी देने के लिए यूनिवर्सिटी के लाइब्रेरियन डॉ. रमेश सी गौड़ ने स्टूडेंट्स के नाम सर्कुलर भी जारी किया है। लाइब्रेरियन के मुताबिक, स्टूडेंट्स की लाइब्रेरी से जुड़ी जरूरतों के लिए और लाइब्रेरी की तमाम ऐक्टिविटी पर उनका फीडबैक, सुझाव, शिकायत लेने के लिए स्टूडेंट्स के पास अभी कुछ ऑप्शन हैं। वे ईमेल के जरिए और वेबसाइट में 'आस्क लाइब्रेरियन' में जाकर फीडबैक दे सकते हैं।
दिसम्बर में नेट जेआरएफ के प्रवेश पत्र अपलोड हो जाएंगे
सजेशन बॉक्स और साइबर लाइब्रेरी और रीडर्स सर्विसेज में मौजूद रजिस्टर में भी वे लिखित शिकायत दे सकते हैं। स्टूडेंट्स लाइब्रेरी ऑफिसर से मिलकर भी बात कर सकते हैं। मगर अब इनके अलावा 2 दिसंबर से सेंट्रल लाइब्रेरी में हर शुक्रवार 4 से 5 बजे एक प्रोग्राम चलेगा 'मीट द लाइब्रेरियन', जहां यूनिवर्सिटी लाइब्रेरियन या कोई और सीनियर लाइब्रेरी ऑफिसर स्टूडेंट्स के बीच होंगे और उनकी शिकायतों और सुझाव सुनेंगे। यह प्रोग्राम कमिटी रूम में होगा। अगर शुक्रवार को छुट्टी होगी, तो यह प्रोग्राम उससे पहले गुरुवार को होगा