अजमेर। राजस्थान में अजमेर दरगाह बम विस्फोट मामले में अभियोजन पक्ष के गवाहों के बयान पूरे होने के बाद अब आरोपियों के बयान शुरू हो गए है।
एन.आई.ए. मामलों की विशेष अदालत में नौ साल पहले ग्यारह अक्टूबर 2007 को अजमेर दरगाह शरीफ में हुए बम ब्लास्ट के दो आरोपी चंद्रशेखर लेवे और देवेन्द्र गुप्ता के बयान दर्ज किए। पिछली सुनवाई तक अभियोजन पक्ष के करीब 150 गवाहों के बयान पूरे हो गए थे।
उल्लेखनीय है कि सैयद सरवस चिश्ती ने दरगाह थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि 11 अक्टूबर 2007 की शाम तोप चलने पर सभी जायरीन रोजा इफ्तार कर रहे थे। उसी समय दरगाह परिसर में मजार शरीफ के समीप स्थित पेड़ के पास जोरदार धमाका हुआ जिसमें दो लोग मारे गए और पंद्रह लोग घायल हुए थे तब धमाके के बाद पूरी दरगाह में अफरा तफरी का माहौल और शहर में दहशत व्याप्त हो गई थी।
वार्ता