मुंबई। मुंबई की एक अदालत ने लोन डिफाल्टर शराब माफिया विजय माल्या के विरूद्ध आज एक गैर जमानती वारंट जारी करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को उसे लंदन से प्रत्यर्पित कर भारत लाने का रास्ता साफ कर दिया। केंद्रीय जांच एजेंसी ने विशेष अदालत में माल्या के विरूद्ध गैर जमानती वारंट जारी करने के लिए अर्जी दी थी ताकि राजनयिक चैनल के जरिए माल्या के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की जा सके।
इस पर अदालत ने माल्या के विरूद्ध गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अब जल्द ही प्रत्यर्पण का अनुरोध राजनयिक चैनल के जरिए लंदन में संबंधित अधिकारियों के पास भेजा जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक 2008-09 में किंगफिशर एयरलाइंस को 900 करोड़ रुपये का भारी कर्ज देने में आईडीबीआई के शीर्ष अधिकारियों की भूमिका की जांच भी सीबीआई कर रही है। माल्या गत मार्च में सीबीआई के लुकआउट सर्कुलर जारी होने के बावजूद देश छोडक़र चला गया था। उस समय लुकआउट सर्कुलर में बदलाव के कारण प्रवासन ब्यूरो उसे बाहर जाने से रोकने में लाचार था।