हैदराबाद। देशभर के बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई है। ऐसे में हैदराबाद के सिंडिकेट बैंक के कर्मचारियों की गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। पुलिस बैंक के दो कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन कर्मचारियों पर आरोप है कि इन्होंने छह लाख रुपये के पुराने नोटों को बिना किसी आईडी प्रूफ केे ही बदल डाला। पुलिस ने सरूरनगर के कमला नगर स्थित सिंडिकेट बैंक के कैशियर राधिका और क्लर्क मल्लेश के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सिंडिकेट बैंक की कमला नगर ब्रांच के मैनेजर नरसैया ने सरूरनगर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में उन्होंने अपने दो साथियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने शनिवार को ग्राहकों से उनका आईडी कार्ड लिए बगैर छह लाख रुपये के पुराने नोट बदले।
सरूरनगर के इंस्पेक्टर एस. लिगैया ने कहा, मल्लेश ने पुराने नोट राधिका को दिए जिसके बाद राधिका ने उन्हें नए नोटों से बदल दिया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा बैंको को जारी गाइडलाइन के मुताबिक एक व्यक्ति बैंक से केवल 4000 रुपये के पुराने नोट आईडी प्रूफ दिखाकर ही बदल सकता है। राधिका ने मल्लेश के साथ सांठ-गांठ कर उससे बिना आईडी प्रूफ लिए उसे छह लाख रुपये की नगदी सौंप दी। बैंक के अधिकारियों को इंटरनल ऑडिट के दौरान इस ट्रांजेक्शन का पता चला जिसके बाद दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया।
लिंगैया ने बताया, निलंबन के बाद मल्लेश ने बैंक को राधिक से मिले 5.6 लाख रुपये के नए नोट वापस कर दिए। पुलिस ने राधिका और मल्लेश के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (कपट पूर्वक या बेईमानी कर आर्थिक, शारीरिक और संपत्ति संबंधी क्षति पहुंचाना), 406 (अमानत में खयानत) और 417 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों को आज को गिरफ्तार किया जा सकता है।