जयपुर। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की नई गाइडलाइन के बाद समूचे राजस्थान में अब बैंकों में कतारों में कुछ कमी देखने को मिली है। कई बैंकों में हालांकि अभी कतारें लगी हैं, लेकिन बड़ी संख्या में बैंक ऐसे हैं, जिनकी कतारों में बीते चार-पांच दिन के मुकाबले लोगों की संख्या कम देखी गई। राजधानी जयपुर में बुधवार को बैंक खुलते ही लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई।
इस भीड़ में लोग नोट बदलवाने के लिए ज्यादा नजर आए, जिनमें अधिकांश महिलाएं थी। शहर के अधिकांश बैंकों के एटीएम से राशि मिलना शुरू हो जाने से भी बैंकों के बाहर लगी कतारों में कमी आने लगी है। शहर के कई बैंकों में आज नोट बदलवाने आए लोगों की अंगुली पर रिजर्व बैंक की गाईड लाईन के मुताबिक अंगुली पर स्याही लगाने का काम शुरू कर दिया गया है लेकिन कुछ बैंक ऐसे है जहां अभी स्याही नहीं पहुंची हैं वहां स्टांप पेड की स्याही लगाई जा रही है।
नोट बंदी के बाद राजधानी के बड़ी चौपड़, रामगंज, सुभाष चौक के बैंकों के अलावा आरबीआई बैंको में ऐसे मामले ज्यादा आ रहे थे जहां महिलाएं बार-बार नोट बदलवाने पहुंच रही थी लेकिन आज से शुरू की गई इस नई व्यवस्था के कारण अब ऐसे लोगों की संख्या में कमी आ रही है। स्याही लगते ही वे दुबारा नहीं आ पाएंगे, ऐसे में ये लोग कुछ डरे हुए हैं। इसके कारण लोगों की संख्या बैंकों के बाहर कुछ कम होने लगी है।
नोट बदलवाने के लिये डाकघरों में भी आज अलग से व्यवस्था की गई जिसके तहत बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिये अलग से लाईन बनाई गई है। शहर में मंगलवार से एटीएम के जरिए दो हजार का नोट मिलना शुरू हो जाने से लोगों में नए नोटों को लेकर आर्कषण बना हुआ है हालांकि एटीएम से साढ़े चार हजार की बजाये मात्र दो हजार रुपए ही मिल रहे है।
शहर में स्टेट बैंक आफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर , एचडीएफसी , यूनियन बैंक आदि बैंकों के एटीएम्स के केलीब्रेशन कर देने के कारण हालात में सुधार हुए है लेकिन बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, आईसीआईसीआई जैसे बड़े बैंकों समेत दूसरे बैंकों के एटीएम अभी कैलीब्रेट नहीं हुए। जोधपुर से प्राप्त सूचना के अनुसार वहां कई बैंकों में स्याही लगाने को लेकर असमंजस के हालात बने हुए है।
जोधपुर की यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में अभी तक स्याही नहीं पहुंच पाई है। ऐसे में वहां पर अंगूठा लगाने में काम लिए जाने वाले पेड की स्याही से निशान लगाए जाने के समाचार मिले है। कमोबेश ऐसे ही हालात कुछ अन्य बैंकों में है। वहां पर अभी तक स्याही नहीं पहुंच पाई है। कुछ बैंक मार्कर से निशान लगाए जा रहे है। जोधपुर की शास्त्री नगर शाखा में स्याही लगाई जा रही है।