अजमेर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के काफिले को कल अजमेर में काले झंडे दिखाने और प्रोटोकॉल तोडऩे वाले एन.एस.यू.आई. के आठ कार्यकर्ताओं के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने का अलग से मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. नितिनदीप बल्लगन ने कहा कि आरोपित छात्र नेताओं ने कानून व्यवस्था तोड़ने और ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों के कार्य में व्यवधान डाला है। उनके खिलाफ राजकार्यों में बाधा डालने एवं सिपाही की जान जोखिम में डालने जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि वसुंधरा राजे मंगलवार के दिन राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के चिंतन शिविर में हिस्सा लेने अजमेर पहुंची थीं। इस दौरान मुख्यमंत्री के काफिले की सुरक्षा में चूक हो गई। काले झंडे दिखाने आए एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने काफिले के बराबर विपरीत दिशा में तेजी से कार दौड़ाई थी।
इस घटना के बाद क्रिश्चियनगंज थाना ने कल छात्र संघ अध्यक्ष हनीश मारोठिया, इरफान, निर्मल पारीक, चंद्रशेखर मीणा, धीरज सैनी, रवि गुर्जर, नितेश आर्यन एवं भागीरथ चौधरी को धारा 151 में गिरफ्तार किया था। जिन्हें बाद में अदालत ने 20-20 हजार के जमानत मुचलके पर रिहा कर दिया।