जयपुर। राजस्थान में भगवान परशुराम जयंती को आज शस्त्र पूजन दिवस के रूप में मनाया गया तथा हाथ में फरसे लेकर आतंकवाद को समूलनाश करने की शपथ ली गई। सर्व ब्राह्मण महासभा और सहयोगी ब्राह्मण संगठनों द्वारा परशुराम जयंती पर पूरे प्रदेश में शोभायात्रा और पूजा अर्चना के अनेक आयोजन किए गए तथा यहां भगवान परशुराम की पूजा अर्चना बड़ी चौपड स्थित बाईजी के मंदिर में सुबह की गई। जिसमें बडी संख्या में विप्रजनों ने भाग लिया।
सर्व ब्राह्यण महासभा के प्रदेशाध्यक्ष पण्डित सुरेश मिश्रा ने बताया कि बड़ी चौपड स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में भगवान परशुराम जयंती समारोह बड़ी धूमधाम से आयोजित किया गया। समारोह में शस्त्र पूजन का आयोजन रखा गया जिसमें भगवान परशुराम के प्रतीक चिन्ह फरसे की पूजा अर्चना की गई । शस्त्र पूजन विधि विधान से विद्वान पण्डितों द्वारा मंत्रोचारण के साथ किया गया।
उसके पश्चात फरसे को हाथ में लेकर उपस्थित सभी लोगों ने देश से आतंकवाद को समूलनाश करने की शपथ ली। पण्डित मिश्रा ने कहा कि परशुराम विष्णु के अवतार है और मातृ और पितृ भक्ति के सर्वोत्कृष्ट उदाहरण है। इन्होनें आतंकियों का नाश करने का संकल्प लिया और जब-जब आंतकियों ने आंतक फैलाया तो उनका समूलनाश किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 28 जिलों और 178 तहसीलों में परशुराम जयंती के भव्य आयोजन किए गए है। -एजेंसी