जयपुर। साइबर आतंकवाद से होने वाले नुकसान पूरे विश्व के लिए एक खतरा है। हमें इन खतरों के समाधान के रास्ते तलाशने होंगे। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (अपराध) पंकज कुमार सिंह ने गुरूवार को पुलिस मुख्यालय में सरदार पटेल विश्वविद्यालय एवं ऑब्जर्वर रिसर्च फाउण्डेशन (ओआर एफ) द्वारा आयोजित दो दिवसीय ''साइबर सिक्योरिटी कैपेसिटी बिल्डिंग एण्ड टे्रनिंग विद लॉ एन्फोर्समेंट ऐजेन्सीज इन इंडिया विषयक कार्यशाला के दूसरे दिन कहे।
उन्होंने कहा उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सर्वे के अनुसार भारत तेजी से साईबर अपराध की धुरी के रूप में उभर रहा है। उन्होंने साइबर अपराधों के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हाल के वर्षों में साइबर अपराधों में हो रही बढ़ोतरी पूरे विश्व के लिए चिंता का विषय बन गई है। उन्होंने कहा कि समस्या की व्यापकता को देखते हुए साइबर अपराध के प्रति अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया कुछ कमजोर नजर आती है।
उन्होंने साइबर अपराध के बचाव के तरीके ढूंढने पर भी बल देते हुए इन चुनौतियों के बारे में सभी को आगाह किया। कार्यशाला के प्रथम दिन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण) नंद किशोर ने साइबर क्षेत्र में बढ़ते हुए अपराधों पर दिशा तलाशने की बात करते हुए कहा कि इन अपराधों की चुनौतियों से मुकाबला करने के लिए सरकारी विभागों, उपक्रमों सहित सेना से जुड़े लोगों को शिक्षा एवं प्रशिक्षण के माध्यम से जागरूक किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर सरदार पटेल विश्वविद्यालय के कुलपति एवं अति. पुलिस महानिदेशक (कार्मिक) डॉ. भूपेन्द्र सिंह तथा अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक (कानून एवं व्यवस्था) एनआर के रेड्डी भी उपस्थित थे। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ एनएस नेपन्नी, जितेन जैन, यूरोप की एमेलिया एंडसडॉटर व विनय केसरी ने स्लाइड शो के माध्यम से साइबर क्राइम संबंधी व्याख्यान दिए। दो दिवसीय कार्यशाला में साइबर स्पेस संबंधी कानून, साइबर सुरक्षा, डाटा संरक्षण, साइबर फ्रॉड संबंधी अपराधों की चुनौतियां आदि अनेक विषयों पर साइबर अपराध की विभिन्न चुनौतियों की जानकारी दी।
कार्यशाला में कमाण्डेन्ट आरके अरोड़ा, सह आचार्य डॉ विनय कोड़ा, अतिरिक्त उपायुक्त पुलिस डॉ. संजीव भटनागर, सहायक आयुक्त पुलिस राजवीर सिंह, डीसीआईओ जी.एस. चौधरी, आरएम गोस्वामी, कैलाश सोनगरा, इंटेलीजेस ऑफिसर सुखवीर सिंह, राजेश सोलंकी, कमाण्डेण्ट एसपी उपाध्याय, सुपरिंटेण्डेन्ट एम. एल. शेरा सहित दौसा, अलवर, सीकर, जयपुर व झुंझुनूं के संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।