जयपुर। नोटबंदी के बाद हो रही परेशानियों की ओर सरकार का ध्यान खींचने के लिए गुरुवार को कांग्रेस पूरे प्रदेश में सडक़ों पर उतरी और जन आक्रोश मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया तो एटीएम के बाहर कई दिनों से धक्के खा रही जनता उनके साथ हो गई।
प्रदेश में सभी जिला कलक्टरों को सरकार के नाम ज्ञापन देकर जनता की समस्याओं का तुरंत निराकरण करने की मांग की गई। कांग्रेस ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि जनता की परेशानियों को दूर नहीं किया गया तो कांग्रेस फिर सडक़ों पर उतरेगी और सरकारी व्यवस्थाएं ठप्प कर देगी।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट और जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट सर्किल तक जन-आक्रोश मार्च निकाला। जन आक्रोश मार्च दोपहर 1.30 बजे पीसीसी से रवाना हुआ, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी तख्तियां हाथ में ले रखी थी। जन आक्रोश मार्च संसार चन्द्र रोड़, गवर्नमेंट हॉस्टल होते हुए खासाकोठी से कलेक्ट्रेट सर्किल पर पहुंचा।
यहां पर भीड़ ज्यादा हो जाने के कारण पुलिस ने दोनों तरफ का रास्ता रोक दिया और मार्च जनसभा में बदल गया। यहां प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव मिर्जा इरशाद बेग,नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी और जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने सम्बोधित किया। पायलट ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार और राज्य की वसुंधरा सरकार जन भावनाओं को नहीं समझ रही है।
आम नागरिक बैंकों के बाहर कतारों में खड़े है। जिनके घर में शादी है उन लोगों तक को बैंक खाते से पैसे नहीं दिए जा रहे हैं। समाज का हर वर्ग, हर तबका परेशान है लेकिन पीएम और सीएम को जनता का दर्द समझ में नहीं आ रहा है। यदि सरकार ने हमारे द्वारा उठाए गए मुददों पर जन-समस्याओं का समाधान नहीं किया तो यह आंदोलन थमने वाला नहीं है, हम आंदोलन को और तेज करेंगे।
जिलाध्यक्ष खाचरियावास ने कहा कि सभी लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। कच्ची बस्तियों में चूल्हे नहीं जल रहे हैं। जब सरकार ने नोट बंद कर दिए हैं तो सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि सभी लोगों को खाने-पीने के लिए फ्री राशन की व्यवस्था कराएं। पिछले पन्द्रह दिन से पूरा देश ठहर गया है।
खाचरियावास ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि बैंकों में यदि व्यवस्थाएं ठीक नहीं की गई तो कांग्रेस कलेक्ट्रेट की तालाबंदी कर देगी और सभी अधिकारियों को बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा।
खाचरियावास ने सभी लोगों को एक मिनट का मौन रखवाकर देश की सीमा पर शहीद हुए तथा बैंकों के बाहर कतार में खड़े मौत का शिकार बने सौ से ज्यादा लोग तथा रेल दुर्घटना में मारे गए लोगों को श्रृद्घांजलि अर्पित करवाई।
ऑल इंडिया कांग्रेस सचिव मिर्जा इरशाद बेग ने कहा कि पूरे देश में आम आदमी डरा और सहमा हुआ है, हर कोई सडक़ पर खड़ा है, उद्योगपति मजे कर रहे हैं और मोदी सरकार ने गरीब का निवाला छीन लिया है। विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए अब प्रदेश में यह आंदोलन थमने वाला नहीं है। किसान को बीज नहीं मिल रहा है।
गांवो के लोग कई किलोमीटर दूर जाकर नोट बदलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन बैंकों से पैसा नहीं मिल रहा है। आम आदमी का दर्द सरकार नहीं समझ रही है इसलिए कांग्रेस सडक़ों पर उतरी है।
मार्च में देहात जिलाध्यक्ष राजेन्द्र यादव, जिला प्रभारीमा. भंवरलाल मेघवाल, पूर्व सांसद महेश जोशी, रामचन्द्र सराधना, बृजकिशोर शर्मा, अर्चना शर्मा,संजय बाफना, डॉ. प्रहलाद रघु, विक्रम वाल्मिकी, मनोज मुद्गल, जगदीश चौधरी, हनुमान मीणा, मुकेश छापोला, मोहनलाल मीणा, विमल यादव, समीर सुखीजा, लक्ष्मणदास मोरानी, मंजू शर्मा, कैलाश खारड़ा, शीला सैनी, सी.एम. बधाला, राकेश पारीक, दुष्यंत चूडावत, सुशील पारीक, निजाम कुरेशी, दयाल सिंह, गुलाम नबी, धर्मसिंह सिंघानिया, रमेश बैरवा, सुमन गुर्जर, रानी लुबना, डॉ. नफीस अहमद, मुनेश कुमारी गुर्जर, खातून बानो सहित समस्त ब्लॉक अध्यक्ष, वार्ड अध्यक्ष, जिला कार्यकारिणी सदस्य, प्रदेष पदाधिकारी एवं कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।