अहमदाबाद। भ्रष्टाचार-निरोधक शाखा एसीबी के अधिकारियों ने कांडला पोर्ट ट्रस्ट केपीटी के दो अधिकारियों और एक बिचौलिये को एक निजी कंपनी से 2.9 लाख रूपये हाल ही में जारी किये गये 2,000 रूपये के नोटों में रिश्वत के तौर कथित रूप से स्वीकार करने के लिए गिरफ्तार किया है।
अधीक्षण अभियंता वर्ग-1 पी श्रीनिवासु, उप मंडल अधिकारी के कुमेतकर और बिचौलिये रूद्रेश्वर सुनामुदी को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।
कच्छ एसीबी से संबद्ध पुलिस इंस्पेक्टर एच एम कानसागरा ने बताया कि लंबित बिल के भगुतान के लिये श्रीनिवासु ने 2.5 लाख रूपये और कुमेतकर 1.5 लाख रूपये रिश्वत मांगी।
कंपनी उच्च क्षमता के बिजली के तारों के रखरखाव के साथ-साथ पोर्ट ट्रस्ट को विभिन्न सामग्री की आपूर्ति करती है।
एसीबी अधिकारी ने बताया कंपनी के मालिक की शिकायत के बाद कल जाल बिछाया गया। श्रीनिवासु के स्थान पर सुनामुदी नकदी लेने के लिए आया। यद्यपि कुमेतकर के लिए भी डेढ़ लाख रूपये तैयार रखे थे लेकिन वह नहीं आया। ढाई लाख रूपये स्वीकार करते हुए हम लोगों ने बिचौलिये को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद हमने केपीटी के दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
अधिकारी ने बताया कि कुमेतकर के घर की तलाशी लेने पर पुलिस को 40,000 रूपये मिले जो उसने हाल ही में शिकायतकर्ता से रिश्वत के रूप में स्वीकार किया था। कानसागरा ने बताया, ''पूरी नकदी हाल में जारी किये गये नोट में थे।
अधिकारी ने साथ ही बताया, ''चूंकि केपीटी अधिकारी नये नोटों में रिश्वत चाहते थे इसलिए शिकायतकर्ता ने अपने बैंक खातों, रिश्तेदारों और दोस्तों के मदद से इसकी व्यवस्था की।
भाषा