रायपुर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में कामलूर रेलवे स्टेशन के निकट नक्सलियों ने रेल की पटरियां उखाड़ दी, जिससे विशाखापत्तनम-किरंदुल पैसेंजर ट्रेन का इंजन पटरी से उतर गया। हादसे के वक्त ट्रेन ट्रेन खाली थी। पुलिस ने बताया कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने पीटीआई-भाषा को बताया कि यह घटना कल रात 10:50 बजे की है जब किरंदुल जाने वाली गाड़ी वापस दंतेवाड़ा जा रही थी और वह कामलूर में बीच रास्ते में ही रुक गई।
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ट्रेन के रास्ते में आने वाले एक इलाके में नक्सलियों की आगजनी के मद्देनजर कामलूर स्टेशन पर ही ट्रेन को खाली करा लिया गया। उन्होंने बताया कि इससे पहले कल नक्सलियों ने दो बसों और एक ट्रक को आग लगा दी। गाडिय़ों को आग के हवाले करने से पहले उन्होंने उनमें सवार लोगों को भनसी इलाके में उतार लिया था।
उन्होंने बताया कि इसके बाद कामलूर से आगे विशाखापत्तनम-किरंदुल यात्री ट्रेन को ना चलाने का फैसला किया गया क्योंकि यह ट्रेन भनसी इलाके से होकर गुजरती है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जैसे ही ट्रेन राजधानी रायपुर से करीब 450 किलोमीटर दूर कामलूर पहुंची तो यात्रियों को उतरने के लिए कहा गया जिसके बाद खाली ट्रेन को वापस दंतेवाड़ा ले जाया गया।
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उन्होंने बताया कि कामलूर से महज दो किलोमीटर दूर ही ट्रेन का इंजन बेपटरी हो गया क्योंकि पटरियों को नुकसान पहुंचाया गया था। इंजन का पायलट और गार्ड सुरक्षित बच गए क्योंकि ट्रेन की गति धीमी थी। दोनों सुरक्षित दंतेवाड़ा पहुंच गए।
उन्होंने बताया कि इलाके में भारी बारिश होने और गहरे जंगल के कारण ट्रेन सेवाएं बहाल होने में समय लगेगा। पल्लव ने बताया कि पड़ोसी सुकमा जिले में 6 अगस्त को मुठभेड़ में 15 नक्सली मारे जाने के बाद पुलिस को उनकी तरफ से इसी तरह की प्रतिक्रिया की पहले से ही आशंका थी।