नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद जहां लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं दिल्ली नगर निगम की आमदनी तेजी से बढ़ी है और तीनों निगमों में संपत्ति कर के रूप में करीब 78 करोड़ रूपए जमा हुए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि नोटबंदी के बाद तीनों निगमों में संपत्ति कर के रूप में कल तक करीब 78 करोड़ रूपए जमा किए गए हैं। इनमें से उत्तरी दिल्ली नगर निगम में सबसे अधिक 36 करोड़ रूपए, दक्षिणी दिल्ली नगर नगर निगम में करीब 30 करोड़ तथा आर्थिक रूप से खस्ताहाल में चल रहे पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 12.66 करोड़ रूपए जमा किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि तीनों निगमों ने 11 नवंबर से पांच सौ और एक हजार रूपए के नोटों के माध्यम से संपत्ति कर लेना शुरू किया था जो आज रात 12 बजे तक जमा किए जाएंगे। सूत्रों ने कहा कि निगम की ओर 18 नवंबर से संपत्ति कर दाताओं के लिए जुर्माना और ब्याज राशि माफ करने घोषणा की गई।
उसके बाद संपत्ति कर जमा कराने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। जुर्माना माफी की घोषणा के बाद दक्षिणी निगम में कुल जमा संपत्ति कर 30 करोड़ में से 15 करोड़ जमा किए गए। इसके अलावा उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कुल 36 करोड़ में से 11 करोड़ तथा पूर्वी निगम में 12.66 करोड़ में 4.53 करोड़ रूपए जमा किए गए हैं।
अधिकारियों का मानना है कि नोटबंदी के बाद सिर्फ 11 दिनों में 78 करोड़ रूपए जमा हो चुके हैं जबकि आज आखिरी दिन होने के कारण इस राशि में और तेजी से इजाफा होने की उम्मीद है।