जयपुर। राजस्थान में पर्यटन मौसम के शुरू होते ही पर्यटकों का आना शुरू हो जाता है लेकिन नोटबंदी के कारण राजस्थान में आने वाले पर्यटकों पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। पर्यटकों, होटलों, रेस्तराओं और टैक्सी आपरेटरों सहित पर्यटन से जुड़े उद्योगों को प्रतिदिन के खर्च का भुगतान करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
पिछले कुछ दिनों में होटलों में कुछ बुकिंग रद्द की गई हैं। व्यक्तिगत यात्रा करने वाले पर्यटकों की संख्या में लगभग 40 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। पर्यटन सीजन के शुरू होते ही पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों की अच्छा व्यवसाय करने की उम्मीद थी लेकिन नोटबंदी के चलते उनकी उम्मीदों पर असर पड़ा है।
हालांकि नोटबंदी का प्रभाव समूह अथवा कम्पनी के पैकेज पर राजस्थान में आने पर्यटकों पर नहीं पडा है लेकिन जो लोग व्यक्तिगत तौर पर घूमने आने वाले थे, उन्होंने अपनी यात्रा रद्द कर दी है।
कम्फर्ट इन सफारी के संचालन प्रबंधक अमित कोठारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में पर्यटकों की संख्या में पिछले वर्ष के मुकाबले 30 से 40 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है। सीजन के दौरान बड़ी संख्या में लोग दिल्ली, गुडग़ांव और सप्ताह के अंत में व्यक्तिगत तौर पर घूमने के लिये जयपुर आते हैं लेकिन इस समय उनकी संख्या काफी कम है।
उन्होंने कहा कि पर्यटकों के साथ-साथ राजस्थान की यात्रा करने वाले विभिन्न क्षेत्रों से जुडे व्यवसायियों ने भी अपनी यात्रा को आगे बढ़ा दिया है।
एक अन्य टूर ऑपरेटर ने बताया कि मुद्रा संकट के चलते पर्यटन सीजन पर फर्क पडा है, हालांकि जो पर्यटक समूह और कम्पनी की ओर से बुकिंग कराते हैं, उनकी संख्या पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा है, क्योंकि उनकी टैक्सी और होटलों की बुकिंग पूर्व में की गई है, लेकिन उनके पास बख्शीश देने और स्थानीय चीजों को खरीदने के लिये पैसे की कमी देखी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि विदेशी पर्यटकों पर भी नोटबंदी का प्रभाव देखा गया है, उनके पास भारतीय मुद्रा कम होती है और उन्हें भारतीय मुद्रा उपलब्ध कराने के लिये अलग से काउंटर होने चाहिए।
ओम टॉवर होटल के फ्रंट आफिस प्रबंधक समीर गुप्ता ने बताया कि नोटबंदी के निर्णय का परोक्ष और अपरोक्ष रूप से पर्यटन क्षेत्र पर प्रभाव पड़ा है। होटल में ठहरने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी आई है, और छोटे विक्रताओं तथा टैक्सी आपरेटरों सहित कई लोगों पर इसका प्रभाव पडा है।
मरू प्रदेश में अक्तूबर माह में शुरू होने वाले पर्यटन सीजन के दौरान लाखों पर्यटक मार्च तक आते हैं। इस दौरान देशी विदेशी पर्यटक जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, उदयपुर सहित अन्य पर्यटक स्थलों का लुत्फ उठाते हैं।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में आने वाले पर्यटकों के लिये सरकार को विशेष इंतजाम करने चाहिए। नोटबंदी के कारण पर्यटन क्षेत्र पर प्रभाव पड़ा है। प्रदेश में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में कमी आई है और कई बुकिंग रद्द हो गई हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई ऐसे स्थान हैं जहां पर्यटकों को नोट बदलवाने की सुविधा प्रदान की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि मुख्य पर्यटन स्थलों की छवि बनाये रखने के लिये सरकार को पर्यटकों की मदद के लिये आगे आना चाहिए और उनकी सहायता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान संकट के कारण पर्यटन उद्योग को नुकसान हुआ है जिसे पूरा करने में लंबा समय लगेगा।
भाषा