पटना। बिहार में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को राजधानी पटना सहित विभिन्न क्षेत्रों में हजारों श्रद्घालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। इस मौके पर मंदिरों में भी पूजा-अर्चना करने वालों का तांता लगा रहा। मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करने से जीवन के सारे पाप धुल जाते हैं तथा स्वास्थ्य एवं समृद्घि में वृद्घि होती है। पटना के गंगा नदी के पटना कॉलेज घाट, कलेक्ट्रिएट घाट, दानापुर घाट, महेन्द्रूघाट सहित सभी घाटों पर सुबह से ही श्रद्घालुओं की भीड़ जुटी हुई है।
पटना के अलावे राज्य के अन्य क्षेत्रों से आए लोग इन घाटों पर गंगा में डुबकी लगा रहे हैं और दान कर रहे हैं। पंडित अखिलानंद शास्त्री ने कहा कि कार्तिक पूणिमा के दिन स्नान दान का विशेष महत्व है। इस दिन जो भी दान किया किया जाता है, उसका पुण्य कई गुना अधिक प्राप्त होता है। इस दिन अन्न, धन और वस्त्र दान का विशेष महत्व है। उन्होंने बताया कि इस दिन गंगा में स्नान करने के लिए बिहार ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी लोग यहां आते हैं।
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला क्षेत्र के समीप गंगा-गंडक संगम पर भी लाखों लोग स्नान के लिए जुटे हुए हैं। लोग संगम में डुबकी लगाकर मोक्ष की कामना कर रहे हैं। गंगा के अलावे राज्य के अन्य क्षेत्रों में कोसी, गंडक सहित अन्य नदियों के घाटों पर भी लोग स्नान कर स्वास्थ्य एवं समृद्घि की कामना कर रहे हैं।
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर पटना के गंगा तटों पर सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए गए है। गंगा घाटों पर रविवार की रात से अतिरिक्त पुलिस बल और दंडाधिकारियों की तैनाती की गई है। इधर, मंदिरों में भी अन्य दिनों की अपेक्षा पूजा-अर्चना करने वालों की संख्या में वृद्घि देखी जा रही है। लोग प्रात: स्नान कर मंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं।