जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने नोटबंदी के कारण उपजी समस्याओं के निदान के लिए 14 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार द्वारा उचित कदम नहीं उठाये जाने की कड़े शब्दों में निन्दा की है।
पायलट ने आज एक बयान जारी कर कहा कि भाजपा सरकार ने नोटबंदी का कदम उठाने से पूर्व जनता के सामने उत्पन्न होने वाली कठिनाइयों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जिसके परिणामस्वरूप समस्याएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा कि आटे की कीमत में लगभग 20 रुपये प्रति किलो वृद्घि दर्ज हुई है। सरकार ने नोटबंदी के 14 दिन बाद किसानों को सरकारी केनें से बीजों की खरीद की स्वीकृति दी है जो अपर्याप्त है क्योंकि उक्त केनें पर बीज अनुपलब्ध होने की स्थिति में किसानों के लिए पुन: समस्याएं खड़ी हो जाएगी और रबी की फसल की बुवाई बुरी तरह प्रभावित होगी।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार निजी चिकित्सालयों में पुराने नोट स्वीकार करने पर प्रतिबंध के कारण आमजन को खामियाजा उठाना पड़ा है, वैसी ही परिस्थितियों का सामना किसानों को ना करना पड़े इसलिए सरकार को गैर सरकारी केनें से भी बीज खरीदने की स्वीकृति देनी चाहिए। शादी का कार्ड दिखाने के बावजूद लोगों को बैंकों में पैसा नहीं होने के कारण खाली हाथ लौटाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सेवाओं हेतु 24 नवम्बर के बाद पुराने नोटों से लेन-देन की स्वीकृति जारी रखनी चाहिए जब तक कि हालात सामान्य ना हो।
पायलट ने कहा कि जनता की समस्याओं को उजागर करने व सरकार पर निदान के लिए दबाव बनाने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में आगामी 24 नवम्बर को 'जन आक्रोश मार्च' आयोजित किया जायेगा। कई जन संगठनों के प्रतिनिधियों ने जन आक्रोश मार्च में शामिल होने की इच व्यक्त की है।
भाषा