नई दिल्ली। नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे 36वें भारतीय अन्तरराष्ट्रीय व्यापार मेले में साप्ताहिक अवकाशों के दूसरे दिन रविवार को भी दिन भर राजस्थान मंडप को देखने के लिए अपार भीड़ उमड़ी। लोगों का रेला रात तक मंडप में प्रवेश के लिए प्रतिस्पर्धा करते देखा गया।
मंडप के निदेशक रवि अग्रवाल ने बताया कि राजस्थान पेवेलियन में आई भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए माकूल प्रबंध किए गये। साथ ही कई बार मंडप के मुख्य द्वार को बंद भी करना पड़ा।
मंडप में आने वाले लगभग हर दर्शक ने मुख्य थीम एरिया में जोधपुर के मेहरानगढ़ किले के साथ अपने फोटो खिंचवाते भी देखा गया।
दर्शकों ने मंडप में हस्तशिल्प वस्तुएं देखने एवं खरीदने, राजस्थानी व्यंजन और लोकगीतों के रसास्वादन के साथ ही पर्यटन और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की प्रदर्शनी को देखने में भी खासी रुचि प्रदर्शित की।
राजस्थानी जूतियां और मोजडिय़ां खरीददारों की प्रमुख पसंद
व्यापार मेले के राजस्थान पवेलियन में सदाबहार राजस्थानी जूतियां एवं परम्परागत मोजडिय़ां दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं।
राजस्थान से आये जूतियोंं के निर्माता ने बताया कि राजस्थानी जूतियां विशेष रूप से चमड़े से बनाई जाती हंै। ये जूतियां पहनने में हल्की एवं टिकाऊ होती है। उन्होंने बताया कि राजस्थानी जूतियांं अपने सदाबहारी उपयोग के साथ ही देखने में आकर्षक लगती है। ये जूतियां अपने उचित मूल्य के कारण भी दर्शकों की प्रमुख पसंद हैं।
राजस्थान पवेलियन में राजस्थान की महिला उद्यमियों द्वारा आकर्षक रंग-बिरंगी जूतियों का प्रदर्शन किया जा रहा है। ये जूतियाँ हर मौसम मेंं पसीना सोखने की खास विशेषता के कारण काफी आरामदायक एवं उपयोगी होती है।
पेवेलियन में ही राजस्थानी मोजडिय़ों का प्रदर्शन कर रहे, ‘रूडा के प्रतिनिधि विनोद रायवाल ने बताया कि मोजडिय़ां का आकर्षण महिलाओं की खरीददारी एवं दर्शकों में सबसे अधिक है। रंग-बिरंगी मोजडिय़ां राजस्थान के मारवाड़ अंचल की खास पहचान हैं। ये मोजडिय़ां पहनने में काफी हल्की और आकर्षक होती हैं।