पटना। बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में आज सदन के अंदर अमर्यादित व्यवहार करने वाले सदस्यों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया।
विधान परिषद में 12 बजे कार्यवाही शुरु होते ही राजग के सदस्यों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के विरुद्ध राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की कल की आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग की और सभापति से इससे संबंधित भाजपा के रजनीश कुमार की ओर से दिए गए कार्यस्थगन प्रस्ताव को मंजूर करने का आग्रह किया।
इस पर सत्तापक्ष के सदस्य सुशील कुमार मोदी से माफी मांगने की मांग करते हुए सदन के बीच में आ गए और शोरगुल तथा नारेबाजी करने लगे। इसके बाद राजग के सदस्य भी शोरगुल और नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए। सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सदन को अव्यवस्थित देख कार्यवाही करीब एक मिनट बाद ही एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी
एक बजे जब दोबारा परिषद की कार्यवाही शुरु हुई तब भाजपा और राजद के सदस्य फिर से शोरगुल और नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए। सभापति ने सदस्यों से अपनी सीट पर जाने का आग्रह किया, लेकिन हंगामा कर रहे सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ जिसके बाद सभापति ने करीब दो मिनट के अंदर ही परिषद की कार्यवाही ढाई बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी ।
उधर विधानसभा में कार्यवाही शुरु होते ही सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा कि कल सदन में जो अप्रिय स्थिति उत्पन्न हुई उसके बारे में उन्होंने कभी सोंचा भी नहीं था। यह सभी सदस्यों के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि सदन में मर्यादा कायम रहे इसके लिए उन्होंने सर्वदलीय बैठक बुलायी जिसमें सभी दलों ने कल की घटना की निंदा करते हुए एक राय जाहिर की है।
चौधरी ने कहा कि सभी सदस्यों का कर्तव्य है कि वह जनता की हित में सोंचे और छोटी बातों पर सदन के अंदर नहीं उलझें । उन्होंने कहा कि सदस्यों को सदन के अंदर शांतिपूर्वक अपनी बात रखनी चाहिए और दूसरों की बातों को भी सुनना चाहिए ।