धार्मिक डेस्क। श्रावण मास का पावन माह शुरू हो चुका है। शिवालयों में बाबा भोले नाथ की विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है। ऐसे में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के दर्शन अब श्रद्धालुओं के लिए 20 घंटे तक कर सकते है। भगवान महाकाल भक्तों के लिए जल्दी जग जाएंगे।
रात 3 बजे मंदिर के पट खुले, जिसके बाद भस्म आरती हुई। रात 11 बजे शयन आरती तक भक्तों को 20 घंटे अवंतिकानाथ के दर्शन होंगे। 24 जुलाई से प्रत्येक रविवार को महाकाल प्रवचन हॉल में आयोजित श्रावण उत्सव में गीत, संगीत और नृत्य की रस गंगा बरसेगी।
25 जुलाई को राजाधिराज चांदी की पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे। मंदिर प्रशासन ने आम दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। उल्लेखनीय है कि आम दिनों में तडक़े 4 बजे मंदिर के पट खुलते हैं।
गर्भगृह में प्रवेश बंद
श्रावण-भादौ महिने में शनिवार, रविवार और सोमवार सप्ताह के 3 दिन वीआईपी और आम दर्शनार्थियों का गर्भगृह में प्रवेश बंद रहेगा। शेष दिन भीड़ की स्थिति को देखते हुए प्रवेश की व्यवस्था सुनिश्चित होगी। उक्त 3 दिन भस्मारती के दौरान चलायमान दर्शन व्यवस्था रहेगी। इन दिनों में कावड़ यात्रियों को भी जलाभिषेक की अनुमति नहीं होगी।