हाई ब्लडप्रेशर से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में बताया है। हालाँकि इसका उपचार संभव है फिर भी यह सम्पूर्ण विश्व में हृदयाघात और दिल की बीमारियों का मुख्य कारण है। ऐसा इसलिए क्योंकि यदि अधिक समय तक बल्ड प्रेशर का स्तर सामान्य से अधिक रहता है तो इसके कारण रक्त वाहिनियाँ कम$जोर हो जाती हैं जिसके कारण खून के थक्के बन सकते हैं।
बल्ड प्रेशर के अधिक होने से केवल हृदय पर ही प्रभाव नहीं पड़ता बल्कि इससे आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। अभी भी हम में से अधिकांश लोग इस बीमारी के प्रति पूरी तरह सचेत नहीं हैं। यही कारण है कि आज बोल्ड स्काय में हमने हाई ब्लडप्रेशर से जुड़े उन सभी तथ्यों के बारे में बताया है जिनके बारे में आपको जानकारी होना आवश्यक है।
क्योंकि इस बीमारी के प्रति लोगों में बहुत गलतफहमियाँ हैं अत: इस बीमारी के बारे में मूलभूत परन्तु महत्वपूर्ण बातें जानकर आप अपनी और अपने प्रिय लोगों की मदद कर सकते हैं। इसके बारे में पूरी जानकारी रखें ताकि आप इसकी रोकथाम कर सकें या यदि आवश्यक हो तो इस गंभीर स्थिति का उपचार कर सकें।
छ लोग इस बारे में क्या सोचते हैं यदि इस बात पर ध्यान न दिया जाए तो हाई ब्लडप्रेशर स्वास्थ्य की एक ऐसी समस्या है जिसके कोई लक्षण नहीं हैं। जो लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं उन्हें यह बीमारी होने से पहले चेतावनी के कोई संकेत नहीं दिखे। परन्तु कुछ मामलों में जब ब्लडप्रेशर बहुत अधिक बढ़ जाता है तो सिरदर्द, सांस लेने में परेशानी आदि तकलीफें होने लगती हैं।
छ जिन लोगों को हाई ब्लडप्रेशर की समस्या होती है उन्हें दिल की बीमारी होने की संभावना अधिक होती है। कई विशेषज्ञों ने हाई ब्लडप्रेशर को हार्टअटैक और जीवन के लिए घातक कई बीमारियों का कारण माना है। यही कारण है कि हाइपरटेंशन को हलके में नहीं लेना चाहिए तथा इसे नियंत्रित रखने के लिए इसकी समय समय पर इसकी जांच की जानी चाहिए।
छ कुछ अध्ययनों के अनुसार वे लोग जिनके परिवार में किसी को हाई ब्लडप्रेशर है तथा उनका व$जन आवश्यकता से अधिक है, उन्हें यह तकलीफ होने की संभावना अधिक होती है। इसके अलावा शारीरिक रूप से सक्रिय न होना, नियमित तौर पर बहुत अधिक अल्कोहल का सेवन करना आदि के कारण भी यह बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है।
छ हाल के वर्षों में हाइपरटेंशन से ग्रसित लोगों की संख्या ते$जी से बढ़ रही है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि भारत में प्रतिवर्ष लाखों मामले सामने आ रहे हैं। वास्तव में यह पूरे विश्व में सबसे अधिक आम बीमारी है तथा बहुत ते$जी से बढ़ रही है।
छ ब्लडप्रेशर को समान्य बनाये रखने के कई तरीके हैं। डॉक्टर द्वारा बताई गयी दवाई लेना, शारीरिक रूप से सक्रिय रहना, संतुलित आहार लेना, नमक कम खाना, स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक गतिविधियों से दूर रहना आदि के द्वारा ब्लडप्रेशर को सामान्य रखा जा सकता है। परन्तु इस समस्या की अनदेखी करने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं और यही कारण है कि आपको इस बीमारी की गंभीरता को अनदेखा नहीं करना चाहिए।