इन्टरनेट डेस्क। आप जानते है कि मोटापा कई बीमारियों की वजह होता है। मोटापा व्यक्ति की कार्य प्रणाली पर तो असर करता ही है। लेकिन सबसे ज्यादा असर शरीर के अंदरुनी भाग में किड्नी पर डालता है।
जिसकी वजह से मधुमेह, डिप्रेशन, ब्लड प्रेशर आदि कई खतरनाक बीमारियों के होने की संभावना रहती है। कई शोधों और सर्व में यह मालूम हुआ है कि मोटापे का सबसे अधिक असर किड्नी पर होता है।
मोटापा के साथ अब एक नई बीमारी का खतरा जुड़ गया है। इस बीमारी के शिकार लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। चिंता की बात यह है कि ऐसे लोगों को किडनी संबंधी परेशानी होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
एक सर्वे में पता चला है कि टाइप 2 डायबिटीज के शिकार बच्चों और किशोरों के मरीजों की किडनी खराब होने की आशंका पांच गुना अधिक हो जाती है।
डॉक्टरों का मानना है कि डायबिटीज जितना पुराना होगा, किडनी खराब होने का खतरा भी उतना ही ज्यादा होगा। अगर एक व्यक्ति की उम्र 15 साल है और उसे 10 साल से टाइप टू डायबिटीज है। दूसरी ओर, एक व्यक्ति 55 साल का है और उसे 10 साल से टाइप टू डायबिटीज है। ऐसे में दोनों की किडनी खराब होने का खतरा बराबर रहेगा।