बीजिंग। चीन का पहला विमानवाहक पोत अब लड़ाई के लिए तैयार है । चीनी नौसेना के लिए यह एक बड़ी सफलता मानी जा रही है । कई पड़ोसी देशों के साथ क्षेत्र को लेकर विवादों के बीच चीनी नौसेना अपनी ताकत में इजाफा करने की कोशिश काफी वक्त से कर रही थी ।
सोवियत युग के एक पोत के खाली ढांचे से लियाओनिंग नाम का विमानवाहक पोत बनाया गया । हाल ही में यह पोत पूर्वी चीन के छिंगदाओ शिपयार्ड से एक नया प्रशिक्षण मिशन शुरू करने के लिए रवाना हुआ है, जिसमें वह अपनी लड़ाकू क्षमता का परीक्षण करेगा, क्योंकि वह ‘‘दुश्मनों के खिलाफ लडऩे’’ के लिए तैयार है ।
स्वदेश निर्मित चीन के दूसरे विमानवाहक पोत का निर्माण कार्य पहले से ही चल रहा है ।
सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि लियाओनिंग को अब ‘‘औपचारिक तौर पर वास्तविक लड़ाकू क्षमता से लैस’’ करार दिया गया है । चीनी मीडिया इस पोत को परीक्षण एवं प्रशिक्षण का मंच बताता रहा है ।
पोत के राजनीतिक प्रभारी वरिष्ठ कप्तान ली दोंग्यू ने अखबार को बताया, ‘‘एक सैन्य ताकत के तौर पर हम हमेशा लडऩे के लिए तैयार हैं और हमारी लड़ाकू क्षमता को भी युद्ध से आंकना चाहिए । फिलहाल हम अपनी ताकत बढ़ाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं और इसका इस्तेमाल युद्ध रोकने के लिए कर रहे हैं । लेकिन हम किसी भी वक्त असल लड़ाई के लिए तैयारी कर रहे हैं ।’’
पूर्व राष्ट्रपति हू चिंताओ ने 2012 में इस पोत के निर्माण की शुरुआत हुई थी ।