लंदन। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) का कहना है कि अगले दस साल की दस प्रमुख वैश्विक चुनौतियों में आर्थिक असमानता, सामाजिक ध्रुवीकरण व बढ़ते पर्यावरणीय खतरे प्रमुख हैं।
इसके अनुसार केवल भारत में ही 93 प्रतिशत रोजगारों में सामाजिक सुरक्षा लाभ जुड़े नहीं हो सकते हैं।
मंच ने आज यहां जारी ग्लोबल जोखिम रपट-2017 में कहा है, ‘बढ़ती आर्थिक असमानता व सामाजिक धु्रवीकरण के बढ़ते रुख से 2016 में राजनीतिक बदलावों की राह निकली और अगर तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो 2017 में जोखिम और भी बढ़ सकता है।’
इस सालाना अध्ययन में कहा गया है कि इस तरह के जोखिमों को टालने के लिए और अधिक समावेशी समाज बनाए जाने की जरूरत है और इस उद्देश्य हेतु अंतरराष्ट्रीय सहयोग व दीर्घकालिक सोच बहुत मायने रखती है।
इसके अनुसार 2017 में आर्थिक असमानता व सामाजिक धु्रवीकरण के साथ साथ जलवायु परिवर्तन का जोखिम मुख्य चुनौती रहेगी।