दुबई। सार्वजनिक पार्क में रह रहे 48 वर्षीय एक भारतीय व्यक्ति ने स्वदेश लौटने के लिए विमान का टिकट हासिल करने के उद्देश्य से अदालती कार्यवाहियों में शामिल होने के लिए दो साल में 1,000 किलोमीटर से अधिक की पैदल यात्रा की है। उसके पास बस के टिकट तक के लिए पैसे नहीं थे।
तिरचिरापल्ली के मूल निवासी जगन्नाथ सेल्वराज दुबई के व्यस्त राजमार्गों पर गर्मी, धूल भरी आंधी और थकावट का सामना करते हुए अदालत की कार्यवाही में पहुंचा। वह सोनापुर में एक सार्वजनिक पार्क में रहता था और वहां से अदालत की एक तरफ की दूरी 22 किलोमीटर है।
सोनापुर से करामा तक बस यात्रा में कुछ दिरहम लगते हैं, लेकिन सेल्वराज के पास बस से यात्रा करने का पैसा नहीं था जिससे उसे अदालत की प्रत्येक सुनवाई में शामिल होने के लिए एक तरफ की यात्रा में दो घंटे खर्च करने पर बाध्य होना पड़ा, जबकि वापसी में भी उसे इतना ही समय खर्च करना पड़ा।
इन चार घंटों में उसने 44 किलोमीटर की यात्रा की और उसके मामले पर फैसला आने तक हर पखवाड़े उसे अदालत आना पड़ता।