इस्लामाबाद। पाकिस्तान की संसद ने भारत की ओर से नियंत्रण रेखा पर लगातार ‘बगैर उकसावे के संघर्ष विराम ल्लंघन’ किए जाने की सख्त निंदा करते हुए बुधवार को एकमत से एक प्रस्ताव स्वीकार किया। कानून एवं न्याय मंत्री जाहिद हामिद ने यह प्रस्ताव पेश किया।
रेडियो पाकिस्तान ने कहा कि कश्मीर के लोगों पर भारतीय बलों द्वारा की जारी प्रताडऩा पर प्रस्ताव में अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संज्ञान लेने को कहा गया है।
इसने बताया कि प्रस्ताव ने नियंत्रण रेखा और वर्किंग बाउंड्री पर बगैर उकसावे के भारतीय बलों द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन करने की भी निंदा की। इसमें महिलाओं और बच्चों सहित बेकसूर लोगों की जान जा रही है।
इसने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक बस को जानबूझ कर निशाना बनाना भी निंदनीय है। इसमें महिलाएं और बच्चे सवार थे।
प्रस्ताव में कहा गया है कि भारत के सहयोग के अभाव और एलओसी पर संघर्ष विराम उल्लंघन की निगरानी जैसे अधिकारों को पूरा करने में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह की सीमित पहुंच भयभीत करने वाला है।
इसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बगैर उकसावे के भारतीय कार्रवाई और बयानों को फौरन संज्ञान में लेने की भी अपील की। इसने इसे क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बताया। साथ ही यह भी कहा कि इससे सामरिक आकलन में गलती हो सकती है।