वाशिंगटन। अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर आज सनसनीखेज दावे सामने आए जिनमें कहा गया है कि उनको रूस ने कई वर्षों से ‘तैयार किया है’ और मॉस्को के पास उनको लेकर नितांत व्यक्तिगत सूचना है।
इसको खारिज करते हुए ट्रंप ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि यह ‘नाजी जर्मनी में रहने’ जैसा है।
एफबीआई और सीआईए समेत अमेरिका की चार प्रमुख खुफिया एजेंसियों ने ट्रंप और निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा के समक्ष पिछले सप्ताह, वर्ष 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप पर एक रिपोर्ट पेश की थी जिसमें इन आरोपों का जिक्र था।
ट्रंप ने रिपोर्ट को ‘‘गढ़ी हुई’’ करार दिया है।
वाशिंगटन पोस्ट द्वारा इस संबंध में खबर दिए जाने के बाद ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘‘फर्जी खबर- पूरी तरह से राजनीति से पे्ररित।’’
एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि आरोपों को यह रेखांकित करने के लिए पेश किया गया कि रूस ने दोनों मुख्य उम्मीदवारों के बारे में, उनके लिए मुश्किल खड़ी करने वाली जानकारियां जुटाईं लेकिन सिर्फ उन्हीं दस्तावेजों को जारी किया जिससे डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को नुकसान पहुंच सकता था।’’
सीएनएन की खबर में कहा गया कि दो-पृष्ठ वाली इस रिपोर्ट में दावा किया गया कि अभियान के दौरान ट्रंप के प्रतिनिधियों और रूसी सरकार के मध्यस्थों के बीच जानकारियों का आदान-प्रदान लगातार जारी था।
उधर, रूस ने आज उन दावों को खारिज कर दिया गया जिनमें कहा गया है कि मॉस्को ने अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बारे में नितांत व्यक्तिगत सूचना एकत्र कर रख़्ाी है।
मॉस्को ने कहा कि इस तरह के दावों का मकसद अमेरिका और रूस के बीच के संबंधों को नुकसान पहुंचाना है।
राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘के्रमलिन के पास ट्रंप को लेकर नितांत व्यक्तिगत सूचना नहीं है।’’
रूस की प्रतिक्रिया के बाद ट्रंप ने फिर ट्वीट किया, ‘‘मुझे आखिरी वार किया गया। क्या हम नाजी जर्मनी में रह रहे हैं?’