वाशिंगटन। अमेरिका ने इराक के हिला शहर के निकट हुए आतंकवादी हमले की आज कड़ी निंदा की और इस बात को रेखांकित किया कि इस हमले ने आईएसआईएस को हराने के अमेरिका के संकल्प को और मजबूत बनाया है। मारे गए लोगों में से कई ईरानी तीर्थयात्री थे जो पवित्र शहर करबला से लौट रहे थे।
व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका इस बेवजह की हिंसा के पीडि़तों के परिजन एवं पूरे इराक के प्रति गहरी सहानुभूति प्रकट करता है। इस हिंसा का स्पष्ट इरादा साम्प्रदायिक तनाव पैदा करना था। प्राइस ने कहा कि अमेरिका इराकी लोगों एवं सरकार के साथ अपनी साझेदारी को लेकर दृढ़ है और इस हमले ने आईएसआईएल को हराने के हमारे संकल्प को मजबूत करने का ही काम किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका इराकी प्राधिकारियों के निकट संपर्क में है और वह आईएसआईएस के खिलाफ लड़ाई जारी रखने में इराकी सुरक्षा बलों को समर्थन देने और इन निंदनीय अपराधों के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के दायरे में लाने को लेकर प्रतिबद्ध है।
किर्बी ने कहा कि हम इराक के हिला में एक सर्विस स्टेशन और रेस्तरां में दाएश के आतंकवादी हमलों की कड़े से कड़े शब्दों में निंदा करते है। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार कम से कम 80 लोगों की मौत हुई है। हम पीडि़तों के परिजन एवं मित्रों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते है।
उन्होंने कहा कि ये हत्याएं इस बात का एक और प्रमाण हैं कि आईएसआईएस मानव जीवन का सम्मान नहीं करता और वह इराकी लोगों में झगड़े एवं फूट के बीज बोना चाहता है। किर्बी ने कहा कि इराक और संघर्ष के अग्रिम मोर्चे पर अपनी सेवाएं दे रहे इराकी लोगों के साथ हमारी साझेदारी दृढ है।भाषा