भारतीय ज्योतिष में पंचक को अशुभ माना गया है। इस माह में पंचक 18 मई से रात 10 बजकर 12 मिनट से शुरू हो चुके हैं और ये 23 मई को सुबह 8 बजकर 22 मिनट तक रहेंगे। विद्वानों के अनुसार, पंचक में यात्रा, लेन-देन, व्यापार और किसी भी तरह के सौदे नहीं करने चाहिए। मना किए गए कार्य करने से धन हानि हो सकती है।
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5 काम जो पंचक में नहीं करने चाहिए-
1. गरुड़ पुराण के अनुसार, जब किसी व्यक्ति की पंचक में मृत्यु होती है तो उसके साथ आटे या कुश के पांच पुतले बनाकर शव की तरह पूर्ण विधि-विधान से अंतिम संस्कार करने से पंचक दोष समाप्त हो जाता है अन्यथा घर में पांच मौत होने का भय रहता है।
2. पंचक के समय घनिष्ठा नक्षत्र चल रहा हो तो उस समय में घास, लकड़ी और जलने वाली कोई भी चीज एकत्रित करके नहीं रखनी चाहिए इससे आग लगने का डर रहता है।
3. दक्षिण दिशा पर यम का अधिकार है जब पंचक चल रही हो तो दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
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4. पंचक और रेवती नक्षत्र एक साथ चल रहे हों तो घर की छत नहीं बनवानी चाहिए। इससे घर में धन का अभाव रहता है और पारिवारिक सदस्यों में मनमुटाव कभी समाप्त नहीं होता।
5. पंचक में चारपाई बनवाने से घर-परिवार पर बड़ा दुख आता है। अतः पंचक में चारपाई नहीं बनवानी चाहिए।
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