इलाहाबाद। पूरे सावन के महीने में ही भोलेनाथ के जयकारों की गूंज से वातावरण गूंजायमान रहता है लेकिन सावन के सोमवार को अधिकतर सभी भक्त मंदिर में जाकर भोलेनाथ की पूजा करते हैं। जहां लड़कियां योग्य और मनचाहा वर पाने के लिए ये व्रत करती हैं वहीं विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए सावन के सोमवार का व्रत करती हैं। बम बम भोले और हर हर महादेव के जयकारों के बीच संगम नगरी इलाहाबाद में सावन के तीसरे सोमवार को भोर से ही घाटों पर कांवड़ियों और श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा है।

हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने शिवालयों में भोलेनाथ का दर्शन-पूजन कर अभिषेक किया। हाथों में दूध, गंगाजल, फूल, धतूरे और भांग लिए श्रद्धालुओं की लम्बी कतार मंदिरों के बाहर देखी जा सकती है। शिवालयों पर लगे लाउडस्पीकर से कहीं ओम् नम: शिवाय के जाप तो कहीं, शिव स्त्रोत कहीं और कहीं महामृत्युंज्य का जाप के मधुर स्वर सुनाई पड़ रहे हैं।
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कांवडिये स्नान कर गेरूआ वस्त्र धारण कर अपने आराध्य का जलाभिषेक करने के लिए गंगाजल लेकर गन्तव्य को समूह में निकल रहे हैं। श्रद्धालु स्नान कर संगम से चंद दूरी पर यमुना तट पर स्थित सरस्वती घाट स्थित मनकामेश्वर महादेव एवं ऋणमुक्तेश्वर, तक्षकतीर्थ, आदिशंकर, विमान मंडपम, नागवासुकी, दशास्वमेध, बड़ा शिवाला, कोटेश्वर महादेव, पंचमुखी महादेव, शिव कचहरी, हाटकेश्वर और पीला शिवाला के अलावा पड़लिा महादेव आदि शिवालयों में आराध्य का अभिषेक करने के लिए कतार में अपनी बारी की प्रतीक्षा में ओम् नम: शिवाय, बोल बम और हर हर महादेव का जप कर रहे हैं।
( इस खबर में कुछ अंश एजेंसी से लिया गया है )
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