विवाह के लिए पंड़ितों द्वारा शुभ मुहूर्त निकाला जाता है। आपके घर में किसी के विवाह की तारीख तय करनी है, आप अगर चाहें तो बिना किसी पंड़ित के पास जाए स्वयं विवाह का शुभ मुहूर्त निकाल सकते हैं। विवाह का शुभ मुहूर्त निकालने की प्रक्रिया इस प्रकार है....
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विवाह की शुभ तिथि जानने के लिए वर-वधू की जन्म राशि का प्रयोग किया जाता है।
वर या वधू का जन्म जिस चन्द्र नक्षत्र में हुआ होता है। उस नक्षत्र के चरण में आने वाले अक्षर को भी विवाह की तिथि ज्ञात करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
विवाह की तिथि सदैव वर-वधू की कुण्डली में गुण-मिलान करने के बाद निकाली जाती है।
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विवाह मुहूर्त समय का निर्णय करने के लिए वर-कन्या की राशियों में विवाह की एक समान तिथि को विवाह मुहूर्त के लिए लिया जाता है।
वर और कन्या की कुण्डलियों का मिलान कर लेने के पश्चात उनकी राशियों में जो-जो तारीखें समान होती हैं। उन तारीखों में वर और कन्या का विवाह शुभ व ग्राह्य माना जाता है।
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